Site icon Kya Samachar hai

News Most One Post : प्रमुख समाचार पढो एक बार – 8/06/2024

प्रमुख समाचार

प्रमुख समाचार पढ़ो एक बार

प्रमुख समाचार पढ़ो एक बार में दिन भर के प्रमुख समाचार को समाहित किया जाता है अर्थात एक पोस्ट में ही दिन भर के प्रमुख समाचारों का अवलोकन करना सरल हो जाता है। कई समाचार ऐसे भी होते हैं जिनकी कड़ियाँ एक-दूसरे से जुड़ी होती है जिसे समझना यहां सरल हो जाता है।

News Most One Post : प्रमुख समाचार पढो एक बार – 8/06/2024

राहुल गांधी पर विश्वास नहीं संसदीय दल नेत्री सोनिया गांधी

कांग्रेस की कार्यसमिति ने राहुल गांधी को कांग्रेस संसदीय दल का नेता बनाने का प्रयास किया था, लेकिन अंततः यह पद सोनियां गांधी ने स्वीकारा राहुल गांधी को पद के योग्य नहीं समझा गया। हमें यह समझना आवश्यक है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ, राहुल गांधी को कांग्रेस ने भी नेता प्रतिपक्ष के योग्य क्यों नहीं माना।

अगले पांच वर्षों तक संसद में बहस होती या मनोरंजन

मोदी कल तीसरी बार लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ

कल संध्याकाल में मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। लगातार दो कार्यकाल पूर्ण करके तीसरी बार बनने वाले दूसरे प्रधानमंत्री बनेंगे मोदी। शपथ ग्रहण समारोह की सभी तैयारियां की जा रही है।

इंडि अपने दांव में फंसकर भिंडी बनती दिख रही है

चुनाव परिणाम आने के बाद इंडि गठबंधन ने ही देश को यह सूचना देने का प्रयास किया था कि नितीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। प्रस्ताव दिया या नहीं यह तो ज्ञात नहीं किन्तु यह दांव अब उल्टा पड़ने लगा है। जदयू नेता के.सी. त्यागी ने एक समाचार चैनल को बताया कि जिस इंडि गठबंधन ने नितीश को संयोजक नहीं बनाया उसने प्रधानमंत्री बनाने का प्रलोभन दिया था।

अगले पांच वर्षों तक संसद में बहस होगी या मनोरंजन

ऐसी सूचना आ रही है कि CWC (कांग्रेस) की बैठक में राहुल गाँधी को संसदीय दल का नेता बनाने का विचार किया गया है और संसदीय दल की बैठक में चुना जा सकता है। यदि राहुल गाँधी नेता प्रतिपक्ष बनते हैं तो उसके बाद यह प्रश्न विचार करने वाला है कि अगले पांच वर्षों तक संसद में स्वस्थ बहस होगी या मनोरंजन होगा ?

निर्लज्ज मीडिया अपने कुकर्मो की अभ्यास अभी भी कर ही रही है

मोदी ने निर्लज्ज मीडिया को साफ-साफ बता दिया कि तुम NDA की सरकार नहीं बना सकती हो, मंत्रालय नहीं बाँट सकती हो किन्तु ये मीडिया है कि निर्लज्जता की सभी सीमाओं का अतिक्रमण कर चुकी है। अभी भी यह जानते हुये कि जनता इन बातों का विश्वास नहीं करेगी मंत्रालय बांटने और सरकार बनाने में जुटी हुयी है।

ये है दिल्ली की पढ़ी-लिखी सरकार का धमाल – अब जल घोटाला

दिल्ली की AAP सरकार में पढ़े-लिखे लोग हैं, जो कोई काम करना नहीं जानते बस मीडिया में कैमरे के सामने पढ़ना लिखना सीखे हैं। जलसंकट को लेकर पहले तो कुछ दिनों तक हंगामा करती रही हरियाणा को कोसती रही, फिर सर्वोच्च न्यायालय गयी जहां हिमाचल को पानी छोड़ने का निर्देश दिया गया जो पानी हरियाणा से होकर दिल्ली जायेगी। अब भी विस्फोट रुक नहीं रहा है आतिशी कहती है हरियाणा ने पानी छोड़ा तो दिल्ली पानी क्यों नहीं आया, या कम क्यों आया ? यदि बोलबच्चन नहीं होकर काम करना जानते तो पता करते की पानी गया कहां और जहाँ कहीं जलघोटाला हो रहा है उसे रोकते। इसने बता दिया कि अब जल घोटाला भी होगा।

सरकार की चुनौती झूठी खबरों की पनौती

मीडिया सरकार के सामने क्या-क्या चुनौती है इस पर बहुत कुछ चर्चा करने में जुटी हुयी है। कल NDA संसदीय दल की बैठक में भिंगो-भिंगो कर जूते लगने के बाद भी मीडिया वहीं-की-वहीं रहेगी। सरकार पिछले दस वर्षों में भी झूठी और भ्रामक समाचारों पर नियंत्रण स्थापित करने में विफल रही, और उसकी भुक्तभोगी भी बनी। ये बात मोदी ने संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद इसकी चर्चा भी किया, लेकिन प्रश्न ये है कि नियंत्रण करना काम किसका था, ये विफलता किसकी है। आने वाले दिनों में नियंत्रित करेगी ऐसी आशा की जा सकती है।

मुख्यमंत्री योगी की मंत्रियों के साथ लोक भवन में बैठक

आज मुख्यमंत्री योगी ने उत्तर प्रदेश के मंत्रियों की एक बैठक बुलाई है। बैठक लोक भवन में होने की सूचना है और बैठक में हार के कारणों का विचार किया जाना है।

हिन्दुओं को लड़ाने का षड्यंत्र

अयोध्या में भाजपा की हार होना, हार मात्र नहीं है उस हार का बहाना लेकर षड्यंत्र भी आरम्भ हो गया है और ये षड्यंत्र है हिन्दुओं को आपस में लड़ाने का। कुछ लोग अयोध्या वासियों को, हिन्दुओं को गाली देते देखे जा रहे हैं, राम हार गया ये भी कहते देखे जा रहे हैं। ये विशुद्ध रूप से हिन्दुओं को आपस में लड़ाने का षड्यंत्र है जो विपक्षियों की चाल है। सरकारों को इस पर गंभीर होने के आवश्यकता है।

मीडिया के सूत्र, आधार इनके कुत्र

मीडिया के अधिकांश समाचार सूत्रों पर आधारित होते हैं। लेकिन ये जो सूत्र होते हैं इनके आधार कुत्र (कहां) रहते हैं यह कभी ज्ञात नहीं होता और निरंतर पलटीबाजी भी करते हैं। पहले कितने ही सूत्र मंत्रालय बाँट रहे थे अब पलटी मारते हुये इनके सूत्र कहने लगे की ……. कोई मंत्री पद नहीं मांगी।

चुनौती देना पीछे हटाना ये भी कोई बात हुई, सॉरी

लगता है भाजपा वाले गीत गायेंगे “चुनौती देना पीछे हटाना ये भी कोई बात हुई” और राहुल गांधी कहेंगे “सॉरी .. I’m Sorry”, सत्ता पक्ष के संसदीय दल की बैठक के बाद आज कांग्रेस के संसदीय दल की बैठक होगी, जिसमें कांग्रेस के संसदीय दल के नेता का चुनाव होगा। मीडिया कह रही है कि उसके सूत्रों के अनुसार सोनियां गाँधी को संसदीय दल का नेता चुना जायेगा। राहुल गाँधी जो चुनाव में डिबेट की मांग कर रहे थे लोकसभा में क्यों पीछे भाग रहे हैं, जबकि मोदी ने डिबेट करने की चुनौती अपने कल के सम्बोधन में दिया था कि डिबेट पांच वर्ष तक हो।

जदयू और TDP दोनों के नेता कह रहे हैं बिना शर्त 5 साल के लिये समर्थन

पिछले 3 दिनों से मीडिया के झूठ से फुलाये गये गुब्बारे की हवा नितीश कुमार और नायडू दोनों ने संसदीय दल की बैठक में तो निकाल ही दी थी। उसके बाद भी विपक्ष और मीडिया को यह स्वीकार नहीं है कि एक मजबूत सरकार बने इसलिये दोनों को उकसाने का निर्लज्ज प्रयास फिर भी कर रहे हैं। फिर से दोनों दलों के नेता भी सामने आकर 5 वर्षों के लिये बिना शर्त समर्थन की घोषणा करके तमाचा जड़ रहे हैं। मोदी के हनुमान चिराग पासवान तो पहले ही बिना शर्त समर्थन की घोषणा कर चुके हैं। लगता है सशक्त सरकार से विपक्षी ही नहीं खान मार्केट गैंग भी आशंकित है।

पिछले दस वर्षों से मोदी प्रधानमंत्री थे, हैं और अगले दस वर्षों तक रहेंगे

एक बार ये थोड़ा अचंभित करने वाला लग सकता है किन्तु अचंभित, किन्तु जो राष्ट्रवादी हैं उन्हें नहीं “पिछले दस वर्षों से मोदी प्रधानमंत्री थे, हैं और अगले दस वर्षों तक रहेंगे”, आज NDA संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद अगली NDA सरकार का दावा प्रधानमंत्री मोदी महामहिम राष्ट्रपति महोदया के समक्ष किया। 9 जून को प्रधानमंत्री मोदी अगली सरकार के लिये शपथग्रहण करेंगे।
अगले पांच वर्षों तक संसद में बहस होती या मनोरंजन
पहले भी हारे थे, अभी भी हारे हैं, आगे भी …
Exit mobile version