प्रमुख समाचार पढ़ो एक बार में दिन भर के प्रमुख समाचार को समाहित किया जाता है अर्थात एक पोस्ट में ही दिन भर के प्रमुख समाचारों का अवलोकन करना सरल हो जाता है। कई समाचार ऐसे भी होते हैं जिनकी कड़ियाँ एक-दूसरे से जुड़ी होती है जिसे समझना यहां सरल हो जाता है।
News Most One Post : प्रमुख समाचार पढो एक बार – 5/07/2024
- यहां दिये गये सभी समाचार किसी अन्य समाचार स्रोतों से लिये जाते हैं ।
विचित्र प्राणी के अजब-गजब कारनामे
एक विचित्र प्राणी है जो देश से लेकर विदेश तक अपने अजब-गजब कारनामे के कारण कुख्यात है। आज उसने जो गजब का काम किया है वो है लोको पायलट से मिलने का उनकी समस्याओं को समझने और निवारण करने का, सीधे शब्दों में कहें तो ताड़ से गिरे तो खजूर पर अटके। अग्निवीर पर किरकिरी होने लगी है तो लोकोपायलट पर राजनीति करनी है। लेकिन समाचारों के माध्यम से सूचना ये सामने आई है कि जिनसे मिला था वो लोको पायलट थे ही नहीं, बाहर से बुलाये गये थे।
NEET PG परीक्षा की नई तिथि घोषित
NEET PG परीक्षा 2024 की नई तिथि घोषित कर दी गयी है। इससे पहले 23 जून को परीक्षा होनी थी जिसे स्थगित कर दिया गया था। अब 11 अगस्त को परीक्षा की नई तिथि घोषित किया गया है, इस दिन दो पालियों में परीक्षा ली जायेगी।
क्या कांग्रेस के प्रपंच ने ले ली एक अग्निवीर की जान
कांग्रेस और इंडि गठबंधन ने अग्निवीर को लेकर ऐसा प्रपंच रचा है कि कहना क्या। ताजा सूचना के अनुसार जिसे कांग्रेस ने राजनीति करने के लिये ही X पर पोस्ट भी किया है और बताया है कि आगरा एयरफोर्स कैंपस में एक अग्निवीर श्रीकांत चौधरी ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। कांग्रेस राजनीति और आरोप लगा रही है। तो आरोप क्या कांग्रेस पर नहीं लगेंगे कि कांग्रेस के प्रपंच ने अग्निवीरों का मनोबल तोड़ा है।
सच्चे बाबा और पाखंडी बाबा को कैसे पहचाने
सबसे पहले तो पाखंडी सूरज पाल को इन्हीं वामपंथियों ने जन्म दिया और अब जबकि उसकी पोल खुल रही है तो सनातन पर प्रहार करने लगे। ये प्रश्न है कि सच्चे बाबा और पाखंडी बाबा को कैसे पहचाने ? लेकिन इस प्रश्न का उत्तर ऐसे-ऐसे गढ़े जा रहे हैं जो सीधे-सीधे सनातन पर प्रहार करते हैं। कोई कहता है बाबाओं का रजिस्ट्रेशन करो, कोई कहता है सनातन में व्यक्ति पूजा निषिद्ध है आदि-आदि लेकिन अधिकतर सनातन पर प्रहार ही करते हैं।
देश के सम्मान से जुड़े राम मंदिर में ऐसे निर्णय कौन लेते हैं
राम मंदिर में नियुक्त 20 पुजारियों के 6 महीने का प्रशिक्षण पूरा हो गया है और सूचना के अनुसार अगले 6 महीने में फिर नये 20 पुजारियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। अर्चकों की कुल संख्या 100 किया जायेगा और वह इसी 20 – 20 के क्रम से होगा। 20 की संख्या पर भी आगे चर्चा करेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा कुछ निर्णय समाचार के माध्यम से ज्ञात हुये हैं जैसे कि :
- परिधान परिवर्तन : समाचारों में बताया गया है कि पहले पुजारी भगवा रंग के वस्त्र धारण करते थे अब पीला वस्त्र धारण करेंगे। पीताम्बरी, कुर्ता और पगड़ी सभी पीले ही होंगे। आगे हम पगड़ी के विषय में चर्चा करेंगे।
- वेतन : समाचारों में पुजारियों के वेतन संबंधी जानकारी भी बताई गई है कि वेतन का निर्धारण हो गया है। वेतन सार्वजनिक नहीं किया गया है लेकिन पुजारियों को बता दिया गया है।
- मोबाइल का प्रयोग : एक निर्णय मोबाइल के संबंध में भी बताया जा रहा है। गर्भगृह में मोबाइल प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है । पुजारियों को जो गर्भगृह में उपस्थित होंगे अपना मोबाइल एक लॉकर में रखना होगा, आवश्यक होने पर मोबाइल लेकर गर्भगृह से बाहर जाकर बात कर सकेंगे। यह अच्छा निर्णय कहा जाना चाहिये।
- दक्षिणा आदि न लेना : एक निर्णय यह भी लिया गया है कि यदि कोई श्रद्धालु कुछ दक्षिणा दें भी तो पुजारी ग्रहण नहीं कर सकते, वो दान पेटी बतायेंगे। यह भी चर्चा का विषय है।
देश के सम्मान से जुड़े राम मंदिर में ऐसे निर्णय कौन लेते हैं
झूठइ लेना झूठइ देना, झूठइ भोजन झूठ चबेना : lies and shamelessness
राजनीतिक झूठ देश के लिये बहुत ही भयावह है और भयावह स्थिति ये है कि ये झूठ नेताओं तक ही सीमित नहीं है जनता तक पैठ कर चुकी है उसमें भी उस परिवार तक जिसका बच्चा देश रक्षा के लिये वीरगति को प्राप्त हो गया। एक ओर बच्चा वीरगति को प्राप्त हो गया और दूसरी ओर परिवार बार-बार झूठ बोलकर अपने बच्चे जिसने देश के लिये बलिदान दिया उस बलिदान को भी व्यर्थ कर रहा है, उसका राजनीतिक दुरुपयोग और वो भी झूठ बोलकर कर रहा है। आइये समझते हैं बलिदानी अग्निवीर के परिवार का झूठ।
झूठइ लेना झूठइ देना, झूठइ भोजन झूठ चबेना
वर्षा आने के बाद लोगों को सजग क्यों नहीं किया जा रहा, सरकार और मीडिया पहले सतर्क क्यों नहीं
मानसून आ गया है और देश भर में वर्षा हो रही है। किन्तु वर्षा के बाद होने वाली समस्याओं को लेकर जो सजगता रहनी चाहिये वो किसी स्तर पर नहीं देखी जा रही है। वर्षा के बाद डेंगू, हैजा आदि कई बीमारियों के फैलने की संभावना रहती है। यदि पहले से देश और समाज सजग रहे तो बड़े स्तर पर बचाव हो सकता है किन्तु सजग करेगा कौन, सरकार और मीडिया। क्या ये लोग चाहते हैं कि पहले बीमारियां फैलें फिर काम मिलेगा और दोगुना दाम भी।
कीर स्टार्मरबनेंगे ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री, मोदी ने दी बधाई
ब्रिटेन के आम चुनाव का आज नतीजा आ गया जिसमें लेबर पार्टी ने ऐतिहासिक जीत प्राप्त करते हुये 400 का आंकड़ा पार कर लिया। लेबर पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार कीर स्टार्मर ने मतदाताओं का आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव में जीतने के बाद आगामी प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर को बधाई दिया है।
एक से डेढ़ महीने की है मोदी सरकार – लालू
भाजपा को सर्वाधिक 240 सीटें मिली है और इंडि गठबंधन को कुल मिलकर 232, जिसमें सबसे बड़े दल कांग्रेस 99 के चक्कर में फंसी हुयी है। बिहार में जिस राजद के सांसदों की संख्या 2 अंकों में भी नहीं है उसी पार्टी के बड़े नेता लालू प्रसाद यादव जो कि न्यायालय से अपराधी सिद्ध होकर दण्डित भी हुये हैं उनका कहना है कि मोदी सरकार कमजोर है और अगस्त तक ही चलेगी। अगस्त में भी गिर सकती है ऐसा भी कहा है। लेकिन अगस्त 2024 में या अगस्त 2028 में यह नहीं बताया गया है।
#WATCH बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा, "मैं सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से तैयार रहने की अपील करता हूं, क्योंकि चुनाव कभी भी हो सकते हैं। दिल्ली में मोदी सरकार बहुत कमज़ोर है और अगस्त तक गिर सकती है…" pic.twitter.com/kkuLrufc57
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 5, 2024
क्या कारण है कि मीडिया में महिला पत्रकारों के कपड़े छोटे होने लगे
मीडिया में अब एक परिवर्तन देखा जा रहा है और वो परिवर्तन है दिखने वाले एंकरों के कपड़े का छोटा होना। किसी के कपड़े थोड़े छोटे हुये हैं तो घुटने नहीं दिखते और किसी के कपड़े अधिक छोटे हो गये तो घुटने भी दिखते हैं। ये अंगप्रदर्शन की शुरुआत है, प्रयोग है और आगे और छोटे करते हुये मीडिया में भी अंगप्रदर्शन किये जा सकते हैं। कपड़े छोटे होने और अंगप्रदर्शन की दिशा में आगे बढ़ने के अनेकों कारण हो सकते हैं किन्तु एक कारण कदापि नहीं हो सकता कि दर्शक महिला एंकरों से अंगप्रदर्शन की अपेक्षा करता है।
जिन दर्शकों को अंगप्रदर्शन ही देखना होता तो उनके पास अनेकों विकल्प होते हैं। लेकिन कुछ कारण तो हो ही सकते हैं :
- क्या मीडिया की घटती विश्वसनीयता के कारण दर्शकों का मोहभंग हो गया है और अन्य विकल्प से समाचार जानने लगे हैं ?
- क्या कपड़े का प्रचार किया जा रहा है ?
- क्या देश को नई संस्कृति (कुसंस्कृति) में धकेलने का षड्यंत्र किया जा रहा है ?
भारत विश्वविजेता बना है, खिलाड़ी को पहली बार मिला ऐसा पुरस्कार
भारत विश्वविजेता पहली बार नहीं बना है लेकिन इस बार जो खिलाड़ियों को पुरस्कार मिला है वो पहली बार मिला है। प्रधानमंत्री आवास पर बुलाकर लंबी बातचीत करना सामान्य बात नहीं होती है और खिलाड़ियों का मनोबल खेल जीतने के बाद जहां था आज उससे कई गुना ऊपर हो गया होगा।
खिलाड़ियों को क्रिकेट खेलते भले ही देश देखता है किन्तु इस प्रकार सबको बातचीत करते कभी देश नहीं देखता। नहीं देखता का तात्पर्य यह नहीं कि देश देखना नहीं चाहता तात्पर्य यह है की पूरी मीडिया वर्ष में घंटे-दो घंटे भी इन लोगों के लिये नहीं दे पाती है।
कहां ले जाना चाहते हैं देश को ऐसा विकास नहीं चाहिये जी
एक बार पहले भी समलैंगिक विवाह पर सर्वोच्च न्यायालय विचार कर चुका है और उसमें निर्णय भले ही याचिकाकर्ताओं के अनुकूल नहीं था किन्तु मुख्य न्यायाधीश की टिप्पणि उनके मनोबल को बढ़ाने वाली थी। मुख्य न्यायाधीश को खुले विचारों वाला कहा जाता है और सभी जानते हैं खुले विचारों का मतलब क्या होता है। खुले विचारों का एक ही अर्थ होता है संस्कृति और परम्पराओं को ताक पर रखो हमें जो चाहिये वो करने का करने दो।
एक बार फिर उस विषय में पुनर्विचार याचिका लगाई गयी है। मोदी कहते हैं विकास-विकास-विकास, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति विद्वान (कानून के) घोषित होते हैं। किन्तु जब ऐसी याचिकाओं को भी सुनने लगते हैं जब समलैंगिक विवाह की मांग हो, लिंग परिवर्तन के अधिकार की मांग हो आदि-आदि जो की अप्राकृतिक होता है और मुख्य न्यायाधीश की टिप्पणि उस अप्राकृतिक मांग के पक्ष में होती है तो शिक्षा-दीक्षा-संस्कार-संस्कृति आदि संबंधी ज्ञान के प्रति संदेह उत्पन्न होता है। ऐसा विकास नहीं चाहिये जी जहां लोग संस्कृति मिटाने और अप्राकृतिक दुराचरण का अधिकार मांगने लगें।
जागते रहो : बाबाओं का लगा है मेला, हो रहा है ठेलम-ठेला