प्रधानमंत्री मोदी ने आज NDA संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद अपने सम्बोधन में कई महत्वपूर्ण तथ्य रखे और सबसे बड़ा तथ्य ये रखा कि NDA पहले भी था आज भी है और कल भी रहेगा। इसके साथ ही मोदी ने खान मार्केट गैंग को भी करारा तमाचा जड़ा जो सरकार चलेगी या नहीं इस संशय को जन्म देने का काम कर रहे थे उन्हें बताया कि 5 साल नहीं अगले 10 साल फिर अगले 25 साल तक NDA की सरकार चलती रहेगी।
NDA पहले भी था आज भी है और कल भी रहेगा
NDA संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद मोदी के सम्बोधन में अगली सरकार की दिशा और गति का तो संकेत मिला ही उसके साथ-साथ अन्य भी कई संकेत मिले जैसे गठबंधन की नयी सरकार के पास कोई गठबंधन जैसी सामान्य समस्या नहीं है जो दुनियां प्रचारित-प्रसारित करने में जुटी हुयी है। ये भी दिखा कि मोदी वही पुराना मोदी है जिसका उत्साह और आत्मविश्वास कम नहीं हुआ है अपितु और बढ़ा हुआ है। साथ ही साथ मात्र सांसदों में ही नहीं सम्पूर्ण देशवासियों तक उस उत्साह और आत्मविश्वास का संचार भी किया।
यहां हम मोदी के सम्बोधन को मुख्य रूप से चार भागों में विभाजित करके समझने का प्रयास करेंगे : देश को संदेश, सांसदों को संदेश, विश्व को संदेश और मीडिया को संदेश ।
देश को संदेश
चुनाव परिणाम आने के बाद देश में थोड़ी निराशा की भाव का जन्म हो रहा था और मीडिया आग में घी का काम कर रही थी। भाजपा 272 सीट न पाकर 240 सीटें ही ला पाई थी जिससे भाजपा समर्थकों में ही नहीं सभी राष्ट्रवादियों में एक प्रकार का नकारात्मक भाव उत्पन्न हो रहा था, निराशा का भाव जन्म ले रहा था, हतोत्साहित होते देखे जा रहे थे कि आगे क्या होगा ? क्या देश उसी गति से विकास कर पायेगा जो पिछले दस वर्षों में हुआ है ?
मोदी ने देश को साफ-साफ कहा पीछे जो हुआ था वह ट्रेलर था ये जो मैंने पहले बोला था वो चुनावी वादा भर नहीं था, ये हमारा संकल्प है। आगे हम और भी तेज गति से विकास कार्यों में जुटेंगे। हमारे पास लक्ष्य है और लक्ष्य साधने का रोडमैप भी है। 2027 तक भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प को पुनः दुहराया। देश को वृक्षारोपण के लिये प्रेरित करते हुये मोदी ने एक वृक्ष माँ के नाम भी बताया।
#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपकी आशाओं और इच्छाओं को पूरा करने में कोई कमी नहीं छोड़ूंगा…मेरे लिए यह जन्म सिर्फ और सिर्फ, वन लाइफ वन मिशन है और वो है मेरी भारत माता। यह मिशन है 140 करोड़ देशवासियों के सपनों को पूरा करने के लिए खप… pic.twitter.com/hDjq4CXixj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 7, 2024
इसके साथ ही मोदी ने अगली सरकार क्या-क्या करने वाली है सांकेतिक रूप से समझाने का प्रयास किया और देश को ये विश्वास दिलाया कि बनने वाली सरकार के ऊपर किसी प्रकार का कोई संकट नहीं है, कोई दुविधा नहीं है। जो भी दुविधायें बताई जा रही है वो एक षड्यंत्र मात्र है। चुनाव में भी षड्यंत्र किया गया था यह भी देश को बताया और विपक्ष का काला चेहरा भी उजागर करने का प्रयास किया।
देशवासियों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हुये उस स्तर का कर्मयोगी बनने के लिये प्रेरित किया कि दुनियां वाले भारतीयों से बात करने में गर्वान्वित होने का आभास करें, हाथ मिलाने की सोचें। यह विषय निश्चित रूप से मीडिया में विमर्श और आरोप-प्रत्यारोप का बनाया जायेगा ऐसी संभावना है क्योंकि ये खान मार्केट गैंग को पचने वाला नहीं है।
सांसदों को संदेश
मोदी ने सांसदों को ये संदेश दिया कि NDA की नीति गुड गवर्नेंस की रही है, सेवा भाव की रही है। हम राष्ट्रहित की भावना से काम करते हैं। सांसदों को ये समझाया कि हम मात्र भारत और भारतीय के लिये भी काम नहीं करते हैं, न करेंगे। आज का भारत विश्वबंधु बन चुका है जिसमें विश्वकल्याण की भावना निहित है और विश्व इसका अनुभव कर चुका है।
पिछले बार की तरह ही सांसदों को इस बार भी यह बताना मोदी नहीं भूले कि खान मार्केट गैंग मंत्री बनाने, पद और विभाग बांटने में जुड़े हुये हैं इनसे बचकर रहना है। इनके पास कोई सूत्र नहीं होते ये बस “झूठइ लेना झूठइ देना” जानते हैं। परोक्ष रूप से मीडिया से बच के रहने के लिये समझाया।
अपने सांसदों के साथ-साथ विपक्षी सांसदों को भी यह संदेश दिया कि पिछले सत्रों में तो किसी भी विषय पर स्वस्थ बहस नहीं हो सकी किन्तु अगले सत्रों में अच्छी बहस हो पायेगी ये आशा है। मोदी ने विपक्षियों को भी यह समझाने का प्रयास किया कि सभी सांसदों का ध्येय राष्ट्रहित ही होना चाहिये। विपक्षी सांसद होने का तात्पर्य सत्ता के विरोध में होना है राष्ट्र के विरोध में होना नहीं।
#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आप किसी भी बालक से पूछिए कि लोकसभा चुनाव के पहले किसकी सरकार थी तो वह कहेगा कि NDA और लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी NDA की सरकार बनी। तो हम हारे कहां से। पहले भी NDA की सरकार थी आज भी NDA की है और कल भी NDA की सरकार रहेगी। 10 साल बाद… pic.twitter.com/p7x3URoQQm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 7, 2024
सम्बोधन के उपरांत मोदी से सभी सांसदों के मिलने का जो दृश्य था वह ऐतिहासिक था और यह बता रहा था कि भाजपा को 272 न भी मिली हो तो भी मोदी पहले से अधिक शक्तिशाली हैं। सांसदों में उनके प्रति विश्वास है, सम्मान है आदि।
विश्व को संदेश
मोदी ने विश्व को भी कुछ महत्वपूर्ण संदेश दिया जैसे लोकतंत्र के बारे में बताया। षड्यंत्रों का भी उल्लेख किया और यह भी बताया कि लोकतंत्र के संबंध में भारत दुनियां को सिखाने वाला है दुनियां भारत के लोकतंत्र पर अध्ययन करे और सीखे। विपक्ष के साथ इस षड्यंत्र को बल न दे कि भारत में लोकतंत्र नहीं है, लोकतंत्र की हत्या हो गयी है। 4 जून के बाद तो विपक्ष भी EVM राग भूल चुका है संभवतः 2029 में पुनः याद आ जाये।
भारत विश्वबंधु है यह कहकर विश्व के उन देशों को भी संदेश दिया जो भारत की उन्नति नहीं चाहते, विकसित भारत के मार्ग में अवरोध उत्पन्न करना चाहते हैं। उन्हें भी मुख्य रूप से यह समझाया कि विकसित भारत विश्व में किसी के लिये हानिकारक नहीं होगा, सबके लिये सहयोगी होगा और कोरोना काल, रूस-यूक्रेन युद्ध, अफगानिस्तान की अराजकता आदि का स्मरण कराते हुये प्रमाण भी प्रस्तुत किया।
भारत में चलने वाला विकास कार्य, पर्यटन आदि और आगे बढ़ेगा और सरकार में अस्थिरता जैसी कोई संभावना नहीं है ये भी समझाने का प्रयास किया और कहा कि अगले 10 वर्ष तक यही गति रहेगी। NDA पहले भी थी आज भी है और कल भी रहेगी। वास्तव में विश्व के कुछ राष्ट्र ऐसे हैं और विशेष रूप से एक ऐसा वैश्विक तंत्र है जो अस्थिर सरकार के लिये प्रयासरत था उसे हौले से चुटकी काटते हुये 25 वर्ष तक की बात भी कह दिया।
मीडिया को संदेश
खान मार्केट गैंग को भिगो कर जूता मारा फिर भी ये गैंग इतना निर्लज्ज है कि जो सामने खुली आँखों से दिख रहा है उसे भी नकारते हुये तुरंत बाद कहने लगे कि सरकार के सामने गठबंधन की चुनौतियाँ बनी ही रहेंगी। एक तरफ मोदी है जो विश्व को संकेत दे रहा था कि भारत के काम करने के तरीके में कोई बदलाव नहीं होने वाला है और यदि बदलाव होने वाला है तो वो सकारात्मक ही होगा। गठबंधन वाली कोई समस्या हमारे समक्ष नहीं है। किंतु दूसरी तरफ खान मार्केट गैंग है कि जूते-पर-जूते खा रहा है किन्तु जैसे … की दुम सीधी नहीं होती वो भी सुधरने वाला नहीं है।
मोदी ने बड़े स्पष्ट शब्दों में मंत्रालय बांटने वाली मीडिया के बारे में कहा कि पता नहीं कहाँ से खबरें लेकर आते हैं, दो दिनों से उबाल देख रहा हूँ। निश्चित रूप से यहां उन्हीं सब बातों की और इशारा करते हुये भिंगोकर जूते मारे जो दो दिनों से नितीश ने रेल, वित्त, कृषि मंत्रालय माँगा, नायडू ने संयोजक, स्पीकर पद माँगा, सरकार के सामने चुनौतियां होंगी, कार्यकाल पूरा नहीं करेगी इत्यादि जो चौबीसों घंटे चलाये जा रहे थे।
दो दिनों से नितीश को तीन महत्वपूर्ण मंत्रालय चाहिये चिल्लाने वाली घृणित मीडिया को नितीश कुमार ने भी एक जोड़दार तमाचा जड़ा था। मोदी से जब नितीश मिल रहे थे तो चरणस्पर्श करने लगे थे, लेकिन मोदी ने ऐसा नहीं करने दिया। फिर भी विपक्षी खेमे और खान मार्केट गैंग को यह स्पष्ट संदेश दे दिया कि मेरे नाम पर झूठ परोसना बंद करो। मैं मोदी की टांग खींचने वाला नहीं हूँ।
खान मार्केट गैंग इससे बौखलाया हुआ भी है और नितीश कुमार को निशाने पर लेने का प्रयास निश्चित रूप से करेगा ऐसी सम्भावना है।
नीतीश कुमार ने PM मोदी के पैर छूने की कोशिश की।
— Bharat Pulse (@BharatPulse01) June 7, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार को पैर छूने से रोका। pic.twitter.com/dBV6NAq8it
मीडिया को सोचना होगा कि उसकी वो कौन सी छवि है जिस कारण मोदी ने पहली बार भी अपने सांसदों को मीडिया से बचने के लिये कहा था, दूसरी बार भी कहा और अब तीसरी बार भी कहा है। इतने जूते खाकर भी मीडिया यदि आत्ममंथन और आत्मसुधार करने के लिये तैयार नहीं है तो ये निर्लज्जता की पराकाष्ठा है।
चट्टे – बट्टे कौन हैं ? मोदी का इशारा किधर था ?
मीडिया में कोई काला धब्बा नहीं है, पूरा चेहरा ही कालिख पुता है