लोकसभा चुनाव 2024 अभी संपन्न भी नहीं हुआ है, सातवां अर्थात अंतिम चरण का मतदान शेष ही है लेकिन इस चुनाव में एक अचंभित करने वाली बात देखने को मिल रही है और वो यह है कि लगभग सभी दलों ने चुनाव परिणाम को बिना कहे घोषित कर दिया हो। इस चुनाव में ऐसा लग रहा है कि एग्जिट पोल का भी कोई महत्व नहीं रहने वाला है।
सभी दलों ने चुनाव संपन्न होने से पूर्व ही परिणाम की घोषणा क्यों कर दिया – लोकसभा चुनाव 2024
यद्यपि ऐसा प्रत्येक चुनाव में तो नहीं होता किन्तु अधिकांशतः होता है कि चुनाव परिणाम सही-सही सभी दलों को समझ में आ जाता है किन्तु अंतिम क्षणों तक यहाँ तक कि मतगणना के भी अंतिम क्षणों तक हारने वाला यही कहते दिखता है कि अभी प्रतीक्षा कीजिये, मतगणना बाकि है। किन्तु इस लोकसभा चुनाव के बाद सबने लगभग देश को संकेत दे दिया है कि परिणाम क्या आने वाला है जबकि अंतिम चरण का चुनाव भी अभी शेष ही है।
भाजपा की बात
भाजपा की बात करना भी आवश्यक है इसलिये करेंगे अन्यथा भाजपा की ओर से चुनाव की घोषणा होने से भी पूर्व ही प्रधानमंत्री मोदी संसद में ही 400 पार की कह चुके हैं। पिछले चुनाव की भांति ही इस बार भी मोदी मौन धारण करके ध्यान मंडपं में ध्यान लगा रहे हैं मानो चुनाव परिणाम के प्रति पूर्ण आश्वस्त हैं कि विजय श्री वरन करने वाली है और उसकी पूर्व तैयारी कर रहे हों।
लेकिन बात यदि इतनी ही होती तो कोई विशेष बात नहीं मानी जाती इसका संकेत तो और भी गंभीर प्रतीत हो रहा है और वो ये है कि घनघोर सनातन द्रोहियों के गाल पर करारा तमाचा मार रहे हों और जिसे लगा है वो भी दो दिन से रोना रो रहा है। और उस पर भी एक ऐसा नेता भी है जिसने जले पर नमक भी छिड़कता है।
विपक्षियों के जले पर नमक छिड़कते हुये कपिल शर्मा ने कहर ढाया। कपिल शर्मा ने “X” पर लिखा : “तुम जल जल के मर जाओगे, हम जलजला नहीं रुकने नहीं देंगे। वो देश नहीं झुकने देगा, हम उसे नहीं झुकने देंगे।”
कांग्रेस की बात
कांग्रेस ने संभवतः चुनाव परिणाम बहुत ही दुखदायी मान लिया है अर्थात अप्रत्याशित हार और इसी कारण एग्जिट पोल वाले बहस में कांग्रेस के प्रवक्ता सम्मिलित नहीं होंगे ऐसा बताया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राजनीतिक दल का डर इतना अधिक है कि एग्जिट पोल के बहस में भी सम्मिलित नहीं होंगे।
इस सम्बन्ध में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा का “X” पोस्ट इस प्रकार है : आगामी एग्जिट पोल डिबेट्स में पार्टी द्वारा भाग ना लिये जाने के निर्णय पर हमारा वक्तव्य : “मतदाताओं ने अपने मत दे दिया है एवं मतदान के परिणाम मशीनों में बंद हो चुके हैं।
4 जून को परिणाम सबके सामने होंगे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नज़रों में परिणाम घोषित होने से पहले किसी भी तरह के सार्वजनिक अनुमान लगा कर घमासान में भाग ले कर टीआरपी के खेल का कोई औचित्य नहीं है।
आगामी एग्जिट पोल डिबेट्स में पार्टी द्वारा भाग ना लिये जाने के निर्णय पर हमारा वक्तव्य :
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) May 31, 2024
मतदाताओं ने अपने मत दे दिया है एवं मतदान के परिणाम मशीनों में बंद हो चुके हैं।
4 जून को परिणाम सबके सामने होंगे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नज़रों में परिणाम घोषित होने से पहले किसी भी…
किसी भी बहस का मक़सद दर्शकों का ज्ञानवर्धन करना होता है। कांग्रेस पार्टी 4 जून से डिबेट्स में फिर से सहर्ष भाग लेगी।
इस विषय पर अमित शाह ने कहा : “अब उनको भी स्थिति पता है कि कल के चुनाव के बाद आने वाले एग्जिट पोल में इनकी प्रचंड हार होने वाली है”
कुछ दिनों पूर्व देखा गया है कि कई बड़े प्रवक्ताओं ने कांग्रेस को छोड़ दिया इस कारण से एक अन्य कारण भी हो सकता है वो ये कि प्रवक्ता संबंधी समस्या जो दो प्रकार की हो सकती है :
- प्रथम ये कि और शेष कई प्रवक्ता भी कांग्रेस छोड़ने का मन बना चुके हों और जब छोड़ना ही है तो एग्जिट पोल के बहस में जाकर हास्य-व्यंग्य का पात्र क्यों बनें ? अथवा किसी प्रवक्ता के पास बहस का हिस्सा बनने का साहस ही न हो और कांग्रेस दबाव बनाने की स्थिति में नहीं है।
- द्वितीय ये कि कांग्रेस को ऐसा भय हो कि यदि एग्जिट पोल की बहस में प्रवक्ताओं को भेजें तो हार से अधिक हानिकारक न हो जाये, भाग लेने वाले प्रवक्ताओं का धैर्य समाप्त न हो जाये और फिर पराजय के साथ-साथ बचे-खुचे प्रवक्ता भी साथ न छोड़ दें।
NDA के शेष दल
NDA के शेष दल भी कांग्रेस का अनुगमन करेंगे अथवा नहीं यह अभी स्पष्ट नहीं है किन्तु ऐसा हो सकता है कि शेष दल भी एग्जिट पोल पर चर्चा से सम्बंधित बहस में अपने प्रवक्ताओं को न भेजकर कांग्रेस का ही अनुगामी बनें, परन्तु यह अनिवार्य नहीं है।
दिवाने की बात
चुनाव परिणाम सम्बन्धी चर्चा में एक दिवाने की बात भी महत्वपूर्ण है और वो दिवाना है असदुद्दीन ओवैसी।
दिवाने असदुद्दीन ओवैसी ने तो हार की घोषणा भी कर दिया और कहा कि : “तुम मेरी बात को लिखके रख लो, ये नहीं रोक पायेंगे BJP को, मैं सच्चाई को बयान कर रहा हूँ। जब 4 तारीख को नतीजा आएगा तो आप बोलेंगे कि हाँ एक आकर ये बात हमसे करके गया था।”
निष्कर्ष : कुल मिलाकर चाहे भाजपा हो अथवा कांग्रेस या दिवाना चुनाव परिणाम क्या आने वाला है लगभग स्पष्ट रूप से संकेत कर चुके हैं। वैसे अभी सातवें चरण जो कि लोकसभा चुनाव 2024 का अंतिम चरण भी है चुनाव शेष ही है जो कल होने वाला है।
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