
चर्चा कुछ भी नहीं करनी, हंगामे का इरादा है : विपक्ष
विपक्ष चर्चा करना ही नहीं चाहता, संसद का कार्य बाधित करना ही उद्देश्य है; लोकसभा अध्यक्ष ने यह स्पष्ट करके 1 जुलाई 2024, पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिये लोकसभा को स्थगित किया।
विपक्ष चर्चा करना ही नहीं चाहता, संसद का कार्य बाधित करना ही उद्देश्य है; लोकसभा अध्यक्ष ने यह स्पष्ट करके 1 जुलाई 2024, पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिये लोकसभा को स्थगित किया।
कांग्रेस का कौन सा विशेषाधिकार था जो मार्कण्डेय काटजू, टी.एन. शेषण आदि प्रमुख चेहरों के अतिरिक्त पूरे तंत्र में स्थापित करने का अधिकार देता था, किन्तु भाजपा को यह अधिकार नहीं देता है कि राष्ट्रवादी विचारधारा के लोगों को स्थापित कर सके, RSS (पैरेंट ऑर्नाइजेशन) के लोगों को तंत्र में स्थापित नहीं कर सके।
यदि कोई नेता यह कहे कि “हम शांतिपूर्ण तरीके से हल चाहते हैं” अर्थ तो यही होता है और बहुत कर्णप्रिय लगता है। किन्तु इसका भावार्थ जो होता है वो ये होता कि “सीधे-सीधे मान जाओ नहीं तो अशांति फैला देंगे”,