पहले भी हारे थे, अभी भी हारे हैं, आगे भी …
खान मार्केट गैंग तो दण्ड का पात्र है जो देश को प्रतिदिन भ्रमित करता है। उसके पास ऐसे-ऐसे सूत्र होते हैं जिसका कोई कुत्र (कहाँ से प्राप्त हुआ) होता ही नहीं है। देश को भ्रमित करना क्या अपराध नहीं है, देश को भ्रामक तथ्य बताकर छलना क्या अपराध नहीं है।