बुर्का, नकाब, पट्टा सब प्रतिबंधित
कर्नाटक की तरह ही महाराष्ट्र में भी दो विद्यालयों में परिधान संबंधी नियम बनाया था जिसे बुर्का, हिजाब, नकाब आदि पहनने वालों ने पुनः चुनौती दिया। विद्यालय पीछे नहीं हटा तो बॉम्बे उच्च न्यायालय भी गये और इसी प्रकरण में बॉम्बे उच्च न्यायालय ने दो विद्यालयों के परिधान नियम को संरक्षित किया और बुर्का, हिजाब, नकाब, टोपी, पट्टा आदि सभी को गलत बताया। सार मात्र इतना है कि किसी भी विद्यालय या संस्था को परिधान नियम बनाने का अधिकार होता है। उस अधिकार का प्रयोग किया जा सकता है, और यदि कोई संस्थान परिधान नियम बनाती है तो उसे धार्मिक आधार से गलत नहीं कहा जा सकता। विरोध करने वाले लोगों को अन्य किसी जगह ऐसा नहीं दिखता मात्र स्कूलों में बच्चियों के लिये धर्म दिखता है।
हरिद्वार में SDRF ने भारी बारिश के बाद बाढ़ में बह गए वाहनों को बाहर निकाला
हरिद्वार के पास सुखी नदी में अचानक पानी आने से जो कई वाहन वह गये थे उसे निकालने में SDRF की दल जुटी हुयी थी। भारी के होते हुये भी SDRF ने वह गये वाहन को निकालने में सफलता प्राप्त किया।
क्या विपक्ष जनता का सम्मान करेगा ?
यह एक गंभीर प्रश्न है और ऐसा प्रतीत नहीं होता कि विपक्ष जनता के प्रति कोई उत्तरदायित्व निभाना चाहता है। विपक्ष को लगता है कि वो कुछ विशेष तत्वों के प्रतिनिधि हैं और उन तत्वों की प्रसन्नता हंगामे, उपद्रव में ही होती है। जनता और देशहित के लिये भले ही विपक्ष को सकरात्मक भूमिका निभाने की आवश्यकता होती हो किन्तु चूंकि विपक्ष स्वयं को कुछ विशेष तत्वों का प्रतिनिधि मानती है इसलिये आक्रामक भूमिका निर्वहन के लिये ही प्रेरित होती है। समाचारों में अनुमान लगाया जा रहा है कि संसद में विपक्ष को चर्चा होने देना नहीं चाहती और NEET के विषय पर संसद के भीतर और बाहर हंगामा, प्रदर्शन कर सकती है।
मंहगाई की चोट को कम करने के लिये LPG सिलेंडर के दाम घटाये गये
आज 1 जुलाई 2024 से से LPG कमर्शियल सिलेंडर के मूल्य में लगभग 30 रुपए की कटौती को प्रभावी किया गया है। इसे मंहगाई कम करने की दिशा में एक लघुप्रयास के रूप में देखा जा रहा है। मंहगाई एक स्थायी विषय है जिसे कभी रोका नहीं जा सकता, दिनों दिन बढ़ते ही रहेगा। लेकिन अनुपातिक रूप से आंकड़ों में मंहगाई का आकलन किया जा सकता है कि विगत वर्ष, पांच वर्ष, दशक आदि में क्या दर था और वर्त्तमान में क्या दर है। यदि विगत की तुलना में कम है तो प्रसन्नता व्यक्त कर सकते हैं, यदि विगत की तुलना में अधिक है तो मंहगाई का रोना रो सकते हैं। मीडिया में हमेशा मंहगाई का रोना ही रोते देखा जाता है कभी सही विधि से नहीं बताया जाता कि हंसे या रोयें।
सांसद अनुप्रिया पटेल को योगी ने दिया उत्तर
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने योगी सरकार को पत्र लिखकर एक शिकायत किया था कि SC/ST/OBC अभ्यर्थियों की शिकायत है कि इंटरव्यू में नॉट फॉर सूटेबल कहकर उनकी छंटनी कर दी जाती है फिर रिक्त पद को अनारक्षित कर दिया जाता है। योगी ने विभिन्न आयोगों और विभागों से रिपोर्ट मंगाकर फिर उत्तर दिया। उत्तर में बताया गया है कि रिक्त पदों को अनारक्षित नहीं घोषित किया जाता अपितु उसे पुनः भर्ती के लिये आगे बढ़ाया जाता है।
साथ ही UPSC द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया है कि साक्षात्कार में कोडिंग का प्रयोग किया जाता है, अभ्यर्थी का नाम, आरक्षण, श्रेणी, आयु आदि व्यक्तिगत जानकारी साक्षात्कार कर्ताओं से छुपाई जाती है अतः किसी प्रकार से किसी का आरक्षित होना या न होता ज्ञात ही नहीं होता, फिर यह कैसे कहा जा सकता है कि विशेष जाती आदि के आधार पर छंटनी की जाती है। कुल मिलाकर आरक्षण की राजनीति जिस दिशा में आगे बढ़ते दिख रही है वह देश और समाज के लिये हितकर नहीं है।
सांसद चंद्रशेखर रावण का हिन्दूद्रोही वक्तव्य
जब कांवड़ यात्रा, शोभा यात्रा पर हमला किया जाता है, विघ्न डाला जाता है, अपवित्र वस्तुयें फेंकी जाती है तब कोई भी न्यायप्रिय-समाजवादी निंदा नहीं करता है क्योंकि तुष्टिकरण करना होता है। किन्तु जब सड़क पर नमाज बंद करने की बात कही जाती है तो यही लोग चिल्लाने लगते हैं। बिगड़े बोल सांसद चंद्रशेखर रावण का सामने आया है जिसमें कावड़यात्रा के बहाने सड़क पर नमाज की पैरवी करते सुने जा रहे हैं।
देश के कई राज्यों में भारी वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त
मानसून के आगमन से देश के कई राज्यों में भारी वर्षा हो रही है और इससे सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त होते देखा जा रहा है। दिल्ली सरकार थोड़ी राहत की सांस लेते देखी जा रही है क्योंकि केवल दिल्ली को ही डूबा नहीं दिखाया जा रहा है देश भर की कई सड़कों को जलमग्न दिखाया जा रहा है। ये कौन बतायेगा कि सामान्य शहरों और मेट्रो सिटी में क्या अंतर होता है।
तीसवें सेना प्रमुख बने जनरल उपेंद्र द्विवेदी
आज तीसवें सेना प्रमुख बनने वाले जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अपना कार्यभार सम्हाल लिया है। जनरल उपेंद्र द्विवेदी इससे पहले उप सेना प्रमुख पद पर कार्यरत थे। इनसे पहले जनरल मनोज पांडे सेना प्रमुख थे जो आज ही सेवानिवृत्त हुये हैं।
पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था ध्वस्त, ममता को ममता है या नहीं
चुनावी हिंसा पश्चिम बंगाल की पुरानी व्यवस्था में गिनी जाती है। लेकिन यदि कई बार एक ही सरकार बनने के बाद भी नियंत्रण न हो तो उसे कानून व्यवस्था का ध्वस्त होना माना जाता है। प्रश्न ये भी है कि ममता को ममता है या नहीं ? पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर में एक महिला की सड़क पर नृशंस पिटाई की घटना निंदनीय है।
उत्तर प्रदेश के नये मुख्य सचिव बने मनोज कुमार सिंह
उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव IAS मनोज कुमार सिंह ने कार्यभार संभाला। उन्होंने प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की जगह ली है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया मन की बात
आज प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात किया। कई महत्वपूर्ण बातें कही, क्रिकेट में जीत की बधाई देते हुये खेल संबंधी, योग, पर्यावरण आदि से सम्बंधित विषयों की चर्चा तो मीडिया में होगी किन्तु जो चर्चा मीडिया नहीं करेगी वो है “संस्कृत, संस्कार, संस्कृति”, प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपने मन की बात में “संस्कृत, संस्कार, संस्कृति” को भी समाहित किया था। तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आज पहली बार देशवासियों से रेडियो के माध्यम से ‘मन की बात’ की है।
AIMIM से सांसद असदुद्दीन ओवैसी का जय फिलिस्तीन को लेकर विरोध
AIMIM से सांसद असदुद्दीन ओवैसी को भले लगता हो कि उन्होंने शपथ ग्रहण में जय फिलिस्तीन करके कुछ भी गलत नहीं किया है। किन्तु देश को यह लगता है कि उन्होंने गलत किया है। इजराइल और फिलिस्तीन (हमास) आपस में लड़ रहे हैं, सीधी बात है ओवैसी ने इस्लाम के नाम पर जय फिलिस्तीन करके इजराइल और यहूदियों का अपमान करने का प्रयास किया। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल इसके विरोध में उतर गए हैं।
बरसात में नदियों से बचकर रहना चाहिये विशेष कर बरसाती नदियों से
वर्षा आरंभ हो चुकी है और बरसाती नदियों में जो सुखी भी होती है अचानक से पानी आ जाता है। लद्दाख में अचानक से श्योक नदी में पानी आने के कारण देश ने पांच जवानों को खो दिया था। एक घटना हरिद्वार की है जिसमें मंहगी कारें बह गयी। हरिद्वार में खड़खड़ी श्मशान घाट के पास एक सूखी नदी है जिसमें कुछ कारें लगी हुई थी, अच्छी बात ये है की कारों में कोई व्यक्ति नहीं था। अचानक से सूखी नदी में पानी आ गयी और कई कारें बहा ले गई।
सावन-भादो के महीने में सभी नदियां रजस्वला हो जाती है और धार्मिक नियमानुसार भी गंगा आदि कुछ नदियों को छोड़कर अन्य नदियां अशुद्ध हो जाती है। तटवासियों के अतिरिक्त अन्य लोगों के लिये बड़ी गंगा आदि कुछ नदियों के अतिरिक्त अन्य सभी छोटी नदियां स्नानादि के लिये निषिद्ध कही गयी है।