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संसद अनिश्चित काल के लिये स्थगित

प्रधानमंत्री मोदी के अभिभाषण के बाद आज लोकसभा अध्यक्ष ने वर्त्तमान सत्र के कार्यों की जानकारी दिया और फिर लोकसभा को अनिश्चित काल के लिये स्थगित होने की घोषणा किया।

धर्मांतरण देशव्यापी गंभीर समस्या, शीघ्र नहीं रोका गया तो बहुसंख्यक हो जायेगा अल्पसंख्यक

आज इलाहबाद उच्च न्यायालय ने एक कारासुरक्षा याचिका को सुनते हुये धर्मांतरण को देशव्यापी गंभीर समस्या बताते हुये यह भी चिंता व्यक्त किया कि यदि इसे शीघ्र नियंत्रित नहीं किया गया तो आज जो बहुसंख्यक है आने वाले दिनों में अल्पसंख्यक बन जायेगा। उच्च न्यायालय ने यह भी टिप्पणि किया कि संविधान किसी भी व्यक्ति को किसी भी पूजा पद्धति अपनाने की स्वतंत्रता तो देता है किन्तु किसी को धर्मांतरण करने की छूट नहीं देता।

हाथरस में सत्संग, मची भगदड़, मृतकों की संख्या 120 पार

हाथरस में एक सत्संग जिसे भोले बाबा का सत्संग कहा जाता है में भगदड़ मच गयी और प्राप्त सूचना के अनुसार मृतकों की संख्या 120 पार कर गयी है, ये बढ़ती ही जा रही है। कहा जा रहा है कि सत्संग समाप्त होने के बाद बाबा को प्रणाम करने के क्रम में भगदड़ मची। प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में वक्तव्य देते समय ही संवेदना व्यक्त किया था। मुख्यमंत्री योगी सहित सभी प्रमुख नेताओं ने संवेदना प्रकट किया है।

बिहार सरकार आरक्षण कानून को लेकर सर्वोच्च न्यायालय गयी

राजनीति गजब की खेल है और खेलने वाले पूर्णरूपेण अविश्वनीय होते जा रहे हैं। नितीश कुमार को जब जातिवादी राजनीति करनी थी तो NDA से छिटक कर राजद से मिल गयी। आरक्षण को 50% से बढाकर 65% तक कर दिया। फिर वापस भाजपा के साथ मिल गये। पटना उच्च न्यायालय से 65% आरक्षण निरस्त हो गया। ये जानते हुये कि सर्वोच्च न्यायालय भी निरस्त ही करेगा और वास्तव में भाजपा भी ऐसा नहीं चाहती और न ही ऐसा करने का प्रयास वास्तविक है। यह प्रयास ही पूर्णरूप से राजनीतिक है। लेकिन नितीश सरकार उच्च न्यायालय द्वारा निरस्त करने के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय गयी है।

झूठ की राजनीति सह्य नहीं है : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव से लेकर संसद तक झूठ और झूठ बोलने को गंभीरता से लिया है और संसद व देश को भी गंभीरता से लेने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने झूठ बोलकर चुनाव लड़ना और सदन में भी झूठ बोलने को लेकर कहा कि यह लोकतंत्र, महान परंपरा, सदन, 140 करोड़ जनता के मुंह पर तमाचा है, इसे बालक बुद्धि समझकर नजर अंदाज नहीं किया जा सकता।

बालक बुद्धि मुंह छुपाने लगा

एक मंदबुद्धि बालक है जो कभी कहता है कैमरा दो, कभी माइक मांगता है तो कभी नमस्ते की मांग करता है। जब प्रधानमंत्री ने बालक बुद्धि के कुकर्मों की चर्चा शुरू की तो दो बार कैमरा ने उसका चेहरा दिखाने का प्रयास किया किन्तु वह अपना मुंह छुपाने लगा समझ गया कि उसका मुंह तो दिखाने योग्य ही नहीं है।

NEET ऐसे गायब हो गयी जैसे गदहे के सींग से सर

आज जब प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा में बोलने लगे तो विपक्ष का रोना-धोना शुरू हो गया। अनुमान तो यही था कि रोना-धोना NEET को लेकर होगा लेकिन NEET जिसपर चर्चा के लिये पहले दिन की चर्चा नहीं होने दी गयी वो ऐसे गायब हो गयी जैसे गदहे के सींग से सर। कांग्रेस की भाषा में सर पर सींग नहीं सींग पर ही सर होता है। ये मणिपुर-मणिपुर चिल्लाते रहे।

निशिकांत दूबे ने बताया यदि सम्मान चाहते हो तो सम्मान देना सीखो

निशिकांत दूबे ने आज लोकसभा में विपक्ष के लिये “जैसे को तैसा सिद्धांत” समझाया। हुआ यूं कि वक्तव्य देते समय नेहरू की चर्चा करते हुये नेहरू बोला तो विपक्ष से कुछ टोका गया तुरंत उन्होंने जबाव दिया आपने भी तो नरेंद्र मोदी बोला था हम भी नेहरू बोलेंगे। धीरे से समझा दिया “यदि सम्मान पाना चाहते हो तो सम्मान देना सीखो” और यदि अपमान दोगे तो सम्मान की अपेक्षा मत रखो।

अब मोदी प्रधानमंत्री नहीं प्रधान सांसद रह गये

लोकसभा में आज सपा सांसद अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के लिये प्रधान सांसद पद का कई बार प्रयोग किया। इसका क्या तात्पर्य है क्या विपक्ष प्रधानमंत्री को अपना प्रधानमंत्री नहीं मानता।

लोकसभा में दंडित करने वाला वक्तव्य मिटाने से क्या होगा

लोकसभा में नेताप्रतिपक्ष के दिये गये घृणित और निंदनीय वक्तव्यों को सदन के संग्रहण से हटा दिया गया। मात्र इतना करने से क्या होगा ? विवादित बोल को हटाना एक सामान्य प्रक्रिया है किन्तु वक्तव्य यदि दंडनीय हो तो उसके लिये दंडित करना चाहिये वकतव्य को हटाने का तात्पर्य तो यह है कि आप भी बचाने का प्रयास कर रहे हैं। आपने वक्तव्य का अंश मिटाया वो बाहर आकर फिर उसे सच बता रहा है। हटाए गए हिस्सों में हिंदुओं और पीएम नरेंद्र मोदी-बीजेपी-आरएसएस समेत अन्य पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं।

लोकसभा में जो दंडनीय वक्तव्य के विरोध में महाराष्ट्र में महायुति भी विरोध करने लगी

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा दी गई हिंदू विरोधी वक्तव्यों के विरोध में महायुति नेताओं ने महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। महायुति ने महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया, लेकिन क्या संसद में निंदा करेगी ?

NDA के बैठक में प्रधानमंत्री ने सांसदों को सदन के नियमों के पालन करने का निर्देश दिया

क्या NDA के सांसदों में आक्रोश था ? क्या आज NDA के सांसद नीच हिन्दूद्रोही के वक्तव्य को लेकर हंगामा करना चाहते थे ? क्या प्रधानमंत्री ने NDA की बैठक में इसी कारण अपने सांसदों को सदन के नियमों के पालन करने का निर्देश दिया।

चमचे चिल्ला रहे हैं

पहले तो संसद से हिन्दूद्रोही ने हिन्दुओं को कलंकित और अपमानित करने का कुकर्म किया और अब सफाई दे रहा है और चमचे चिल्ला रहे हैं भाजपा और RSS के लिये कहा, हिन्दुओं के लिये नहीं। लेकिन कैसे ?
  • जब वक्तव्य दिया जा रहा था तो हिन्दू, मुसलमान, क्रिश्चियन, सिख आदि की बात कर रहे थे, भाजपा, संघ और कांग्रेस की नहीं।
  • यदि भाजपा, RSS और कांग्रेस की बात कर रहे होते तो एक बार ऐसा माना जा सकता था कि त्रुटि है।
  • जब सभी पंथों और भगवान शंकर के चित्र को दिखाते हुये बात कर रहे थे तो हिन्दुओं के बारे में ही बोल रहे थे, भाजपा और RSS के बारे में नहीं।

मोदी जी सबसे पहले सभी सरकारी योजनाओं में एक अनिवार्य शर्त्त जोड़िये

मोदी जी सरकारी योजनाओं में लाभुकों के लिये सबसे पहले कुछ अनिवार्य शर्त्तें जोड़िये :
  • एक विवाह किया हो
  • परिवार का कोई भी सदस्य हथियार लेकर तो क्या कभी कहीं पत्थरबाजी भी नहीं किया हो
  • सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा नहीं कर रखा हो
  • कभी भी अशांति फैलाने का प्रयास नहीं किया हो

गृहमंत्री ने संसद में संसदीय मर्यादा के अनुरूप माफी मांगने की बात किया

गृहमंत्री ने संसद में संसदीय मर्यादा के अनुरूप माफी मांगने की बात किया, लेकिन इस हिन्दू द्रोही को दण्डित किया जाना चाहिये। हिन्दुओं को अपमानित, कलंकित करने की ये भूल नहीं करता है, जानबूझकर करता है। इसके रग-रग में हिन्दूद्रोह है। कोई एक बार गलती से गलती करे तो माफी की बात होती है न ? बार-बार गलती करे तो वह गलती भी दण्डित करने के योग्य होता है।

समझ में आया कि नहीं विपक्ष चर्चा क्यों नहीं करना चाहता था

राहुल गांधी की दिमागी हालत विपक्ष को भी पता है और ये भी जानते हैं कि कोई दवाई नहीं जो ठीक कर सके। हिन्दू के प्रति इनके मन में इतनी घृणा भर दी गयी है जो मिटाया नहीं जा सकता। यही कारण है कि जब कभी भी खुलकर बोलेंगे तो हिन्दू का अपमान ही करेंगे। अरे राहुल यदि हिन्दू हिंसक होता तो जो बातें तुमने बोली है वह सोचकर भी पैंट गीली हो जाती। जो हिंसक है उसके विरुद्ध दो लाइन बोलकर देखो जुदा …जुदा …. जुदा

असभ्य राहुल जिसका दादा ही हिन्दू नहीं था उसका कहना है “जो लोग अपने आप को हिन्दू कहते हैं वो 24 घंटा हिंसा हिंसा हिंसा, नफरत नफरत नफरत, असत्य असत्य असत्य, आप हिन्दू हो ही नहीं” — राहुल के वक्तव्य की जितनी भी निंदा की जाये कम है, इसे कान पकड़ कर संसद से बाहर फेंकना चाहिये।

एक्सीडेंटल हिन्दू जवाहर लाल नेहरू के परनाती, फिरोज खान का पोता राहुल गांधी क्या हिन्दू है

पागलों के साथ जो किया जाता है वही इसके साथ किया जाना चाहिये। जिसके स्वयं के मन में हिन्दू के प्रति घृणा, नफरत भरी है वो कहेगा कि हिन्दू नफरत करते हैं, जो स्वयं असभ्य वंश का वारिस है वो हिन्दुओं को असभ्य कहेगा ? जिसके पूर्वजों का इतिहास हिन्दुओं के खून से लिखा हुआ है वो हिन्दुओं को अहिंसा सिखायेगा ?

ये है मीसा भारती, लालू की सुपत्री जिसे कहा जाता है कि बहुत पढ़ी-लिखी है डॉक्टर है

ये है मीसा भारती, लालू की सुपत्री जिसे कहा जाता है कि बहुत पढ़ी-लिखी है डॉक्टर है, लेकिन इसे इतना भी समझ में नहीं कि राहुल ने सभी धर्मों के लिये क्या कहा और हिन्दू के लिये क्या कहा ! मीसा भारती राहुल ने सभी धर्मों के बारे में कहा डरो मत डराओ मत, अभयमुद्रा सिखाया। लेकिन बात जब हिन्दू की आई तो कहा “जो लोग अपने आप को हिन्दू कहते हैं वो 24 घंटा हिंसा हिंसा हिंसा, नफरत नफरत नफरत, असत्य असत्य असत्य, आप हिन्दू हो ही नहीं”

विपक्ष को क्या मस्त पंजाब दिखेगा या नशे का शिकार

पंजाब नशे में डूबता दिख रहा है लेकिन क्या विपक्ष को ये दिखेगा या मस्त पंजाब दिखेगा ? पहले कहा जाता था सूर्य अस्त पंजाबी मस्त अब बनता जा रहा है सूर्य गस्त पंजाबी मस्त। पंजाब की युवा भयंकर रूप से नशे में डूबती जा रही है क्या ये महत्वपूर्ण नहीं है केवल NEET ही है। विपक्ष को पंजाब की समस्यायें क्यों नहीं दिख रही है ?

वर्षा में पानी से समस्या सामान्य बात है लेकिन लोग मूर्खता क्यों करते हैं

वर्षा में पानी से समस्या होना सामान्य बात है, झरने उफान पर होती है, सुखी नदियों में भी बाढ़ आती है, जिन नदियों में सब दिन पानी रहता है उसमें विनाशकारी उफान भी आता है। ये सुनिश्चित होता है और इसी कारण सनातन में धार्मिक नियम से दो महीने के लिये नदियों से दूर रहने का विधान बताया गया है। सावन-भादो दो महीने के लिये नदियां रजस्वला होती है और अशुद्ध मानी जाती है। प्रश्न ये है कि लोग मूर्खता क्यों करते हैं, क्या इसका कारण अज्ञानता नहीं है। कहीं लोग झड़ने में बह जाते हैं तो कहीं सुखी नदियों में।

संवेदना हों ये अलग बात है लेकिन ये समझना और समझाना आवश्यक नहीं है कि पिकनिक के बहाने ये लोग झड़ने में इस समय गये क्यों थे ? ये चर्चा होनी चाहिये लेकिन इस प्रकार की चर्चा को असंवेदनशील बता दिया जायेगा, निंदा की जायेगी। लोगों की जागरूकता के लिये ये आवश्यक है कि गलतियों को गलत कहा जाय और गलतियां न करने के लिये प्रेरित किया जाय।

दिल्ली में कांग्रेस और AAP क्यों है आमने-सामने

दिल्ली में कांग्रेस और AAP आमने-सामने दिख रही है, लोकसभा चुनाव में तो AAP इंडि गठबंधन की सहयोगी थी किन्तु राज्य में अच्छी स्थिति होने के कारण दोनों अलग-अलग है। राज्य में चूंकि गठबंधन नहीं है इसलिये परस्पर तनातनी देखी जा रही है। वास्तव में कांग्रेस दिल्ली में भी गठबंधन चाहती है और AAP नहीं चाहती ये पहले स्पष्ट है। चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस ने भांप लिया कि दिल्ली की जनता AAP के विरुद्ध है और अब कांग्रेस स्वयं गठबंधन नहीं चाहती अपितु मतदाताओं को भाजपा में जाने से बचाने और अपनी ओर मोड़ने के लिये ऐसा कर रही है। आगे संभव है कि AAP इंडि गठबंधन से अलग भी हो जाये, या कर दिया जाय।

मथुरा में एक पानी का टंकी गिरने से 2 लोगों की मृत्यु और 13 घायल

उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक बड़ी दुर्घटना हो गयी। मथुरा में पानी की टंकी गिरने से 2 लोगों की मृत्यु और 13 घायल बताये जा रहे हैं। घटना के बाद रात भर बचाव अभियान चला।

मध्यप्रदेश के रतलाम में दो पक्षों की बीच लट्ठबाजी

मध्यप्रदेश के रतलाम में दो पक्षों की बीच भारी लट्ठबाजी हुयी जिसमें 15 से अधिक लोगों के घायल होने की बात भी सुनी जा रही है। घटना का कारण भूमि विवाद बताया जा रहा है। शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिये घटना स्थल पर भारी सुरक्षाबल लगायी गई।

आज से देश में 3 नयी विधि प्रभावी हुआ

आज से देश में 3 नयी विधि प्रभावी हो गया है। ये तीन विधि हैं : 1 – भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2 – भारतीय न्‍याय संहिता और 3 – भारतीय साक्ष्‍य अधिनियम। आज से औपनिवेशिक विधान समाप्त हो गये और भारतीय विधान प्रभाव में आ गये। नये विधि के प्रभावी होने के बाद पहला कांड जो पंजीकृत हुआ है वह दिल्ली के कमला मार्केट थाने का है।