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एक से डेढ़ महीने की है मोदी सरकार – लालू

भाजपा को सर्वाधिक 240 सीटें मिली है और इंडि गठबंधन को कुल मिलकर 232, जिसमें सबसे बड़े दल कांग्रेस 99 के चक्कर में फंसी हुयी है। बिहार में जिस राजद के सांसदों की संख्या 2 अंकों में भी नहीं है उसी पार्टी के बड़े नेता लालू प्रसाद यादव जो कि न्यायालय से अपराधी सिद्ध होकर दण्डित भी हुये हैं उनका कहना है कि मोदी सरकार कमजोर है और अगस्त तक ही चलेगी। अगस्त में भी गिर सकती है ऐसा भी कहा है। लेकिन अगस्त 2024 में या अगस्त 2028 में यह नहीं बताया गया है।

क्या कारण है कि मीडिया में महिला पत्रकारों के कपड़े छोटे होने लगे

मीडिया में अब एक परिवर्तन देखा जा रहा है और वो परिवर्तन है दिखने वाले एंकरों के कपड़े का छोटा होना। किसी के कपड़े थोड़े छोटे हुये हैं तो घुटने नहीं दिखते और किसी के कपड़े अधिक छोटे हो गये तो घुटने भी दिखते हैं। ये अंगप्रदर्शन की शुरुआत है, प्रयोग है और आगे और छोटे करते हुये मीडिया में भी अंगप्रदर्शन किये जा सकते हैं। बात दिन भर टांगे दिखाते रहने वाली की नहीं की जा रही है उसकी दुकान ही छोटे कपड़े की है। बात संध्या 5 बजे से 9 बजे तक जो बड़े एंकर बहस कराते हैं उनकी है।कपड़े छोटे होने और अंगप्रदर्शन की दिशा में आगे बढ़ने के अनेकों कारण हो सकते हैं किन्तु एक कारण कदापि नहीं हो सकता कि दर्शक महिला एंकरों से अंगप्रदर्शन की अपेक्षा करता है।

जिन दर्शकों को अंगप्रदर्शन ही देखना होता तो उनके पास अनेकों विकल्प होते हैं। लेकिन कुछ कारण तो हो ही सकते हैं :

  • क्या मीडिया की घटती विश्वसनीयता के कारण दर्शकों का मोहभंग हो गया है और अन्य विकल्प से समाचार जानने लगे हैं?
  • क्या कपड़े का प्रचार किया जा रहा है ?
  • क्या देश को नई संस्कृति (कुसंस्कृति) में धकेलने का षड्यंत्र किया जा रहा है ?

भारत विश्वविजेता बना है, खिलाड़ी को पहली बार मिला ऐसा पुरस्कार

भारत विश्वविजेता पहली बार नहीं बना है लेकिन इस बार जो खिलाड़ियों को पुरस्कार मिला है वो पहली बार मिला है। प्रधानमंत्री आवास पर बुलाकर लंबी बातचीत करना सामान्य बात नहीं होती है और खिलाड़ियों का मनोबल खेल जीतने के बाद जहां था आज उससे कई गुना ऊपर हो गया होगा।

खिलाड़ियों को क्रिकेट खेलते भले ही देश देखता है किन्तु इस प्रकार सबको बातचीत करते कभी देश नहीं देखता। नहीं देखता का तात्पर्य यह नहीं कि देश देखना नहीं चाहता तात्पर्य यह है की पूरी मीडिया वर्ष में घंटे-दो घंटे भी इन लोगों के लिये नहीं दे पाती है।

कहां ले जाना चाहते हैं देश को ऐसा विकास नहीं चाहिये जी

एक बार पहले भी समलैंगिक विवाह पर सर्वोच्च न्यायालय विचार कर चुका है और उसमें निर्णय भले ही याचिकाकर्ताओं के अनुकूल नहीं था किन्तु मुख्य न्यायाधीश की टिप्पणि उनके मनोबल को बढ़ाने वाली थी। मुख्य न्यायाधीश को खुले विचारों वाला कहा जाता है और सभी जानते हैं खुले विचारों का मतलब क्या होता है। खुले विचारों का एक ही अर्थ होता है संस्कृति और परम्पराओं को ताक पर रखो हमें जो चाहिये वो करने का करने दो।

एक बार फिर उस विषय में पुनर्विचार याचिका लगाई गयी है। मोदी कहते हैं विकास-विकास-विकास, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति विद्वान (कानून के) घोषित होते हैं। किन्तु जब ऐसी याचिकाओं को भी सुनने लगते हैं जब समलैंगिक विवाह की मांग हो, लिंग परिवर्तन के अधिकार की मांग हो आदि-आदि जो की अप्राकृतिक होता है और मुख्य न्यायाधीश की टिप्पणि उस अप्राकृतिक मांग के पक्ष में होती है तो शिक्षा-दीक्षा-संस्कार-संस्कृति आदि संबंधी ज्ञान के प्रति संदेह उत्पन्न होता है। ऐसा विकास नहीं चाहिये जी जहां लोग संस्कृति मिटाने और अप्राकृतिक दुराचरण का अधिकार मांगने लगें।

NEET परीक्षा परिणाम को निरस्त नहीं करें

अभी तक NEET परीक्षा परिणाम को निरस्त करने की मांग को लेकर कुछ असफल छात्रों और राजनीतिक लोगों द्वारा हंगामा-प्रदर्शन किया जा रहा था। अब इसमें सफल छात्र भी बाहर निकले हैं क्योंकि यदि निरस्त किया जाता है तो उसके भुक्तभोगी सफल छात्र होंगे। 50 छात्रों के समूह ने सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका लगाया है जिसमें मांग की गयी है कि NEET परीक्षा परिणाम को निरस्त नहीं किया जाय।

T – 20 में जीत की खुशी मनाया देश ने निकली विजय यात्रा

देश ने आज T – 20 में जीत की खुशी मनाया और भारतीय क्रिकेट टीम का मुंबई में भव्य स्वागत हुआ। नरीमन प्वाइंट से वानखेड़े स्टेडियम तक की विजय यात्रा निकाली गयी।

पुल टूटते रहेंगे क्योंकि फिर से नये जो बनाने हैं

बिहार में पुलों का टूटना रुकने का नाम ही ले रहा है। छपड़ा में फिर से दो पुलों के टूटने की सूचना मिली है। आखिर पुल क्यों टूटते रहेंगे, क्योंकि फिर से नये बनाने हैं इसलिये। क्या षड्यंत्र है या पुल निर्माण में ही कोई रहस्य की बात है ? वैसे यह प्रकरण अब सर्वोच्च न्यायालय तक पहुँच गया है।

मीडिया से कौन पूछेगा

मीडिया तो पुलिस हो या सरकार सबसे पूछती रहती है। लेकिन मीडिया से उसकी गलतियों के बारे में कौन पूछेगा ? आईये एक गलती देखिये यूँ तो अंबानी-अंबानी सभी चिल्लायेंगे लेकिन यदि उसी अंबानी परिवार की ही कोई ऐसी बात हो जो सनातन और संस्कृति का संदेश देती हो तो उसे छुपा देंगे।

यह विडियो नीता अंबानी का है जब अपने बेटे के विवाह समारोह में उपस्थित देशी-विदेशी अतिथियों के सामने, “अच्युतम केशवम,कृष्ण दामोदरन” भजन पर प्रस्तुति कर रही थी। कितना बड़ा संदेश था विवाह में जहां लोग सड़कों पर अश्लील गाने बजाकर नाचते रहते हैं वहां यह भजन पर नृत्य कर रही है और संदेश भी दे रही है। यह संदेश जन-जन तक पहुंचाना आवश्यक था या नहीं।

  • मीडिया ने इसे क्यों छुपाया ?
  • ये मीडिया की गलती है या नहीं ?

आज मीडिया पुलिस-प्रशासन और सरकार से हाथरस दुर्घटना पर अनेकों प्रश्न पूछ रही है। मीडिया से यह कौन पूछेगा कि वर्षों से पाखंडी को क्यों छुपा रही थी ?

आज संध्या फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कल राज्यपाल को अपना त्यागपत्र सौंप दिया था और हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। हेमंत सोरेन ने आज संध्या फिर से तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लिया। तब तक के लिये चंपई सोरेन कार्यकारी मुख्यमंत्री बनाये गये थे। चौंकाने वाली बात क्या है : चौंकाने वाली बात ये है कि यदि केजरीवाल बाहर आज जाये तो मीडिया 2 – 3 दिन सिर्फ और सिर्फ केजरीवाल का जप करेगी किन्तु झारखंड के मुख्यमंत्री की बात हो तो 24 घंटे में से 24 मिनट भी नहीं दे पाती है।

राजस्थान के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने त्यागपत्र दिया

राजस्थान के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने त्यागपत्र दे दिया जिसे स्वीकार भी कर लिया गया है। अपना इस्तीफा सौंपने पर बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा ने कहा : “पिछले 10-12 वर्षों से सक्रिय रूप से काम करने के बावजूद मैं मेरे प्रभाव वाले क्षेत्र में अपनी पार्टी को जीता नहीं सका हाईकमान ने मुझे कल दिल्ली आने के लिए कहा है”

सूरज पाल का काला सच उजागर हुआ

सूरज पाल का एक काला सच उजागर हुआ है। SC के जिस वकील ने निर्भया कांड और सीमा हैदर प्रकरण में आरोपियों का पक्ष लड़ा था सूरज पाल ने उसी अजय प्रकाश सिंह यानी एपी सिंह को अपना वकील नियुक्त किया है। साफ-साफ समझा जा सकता है कि सूरज पाल किस टूलकिट से जुड़ा हुआ है।

सूरज पाल का वो सच जो कोई नहीं बतायेगा

सूरज पाल और हाथरस दुर्घटना प्रकरण में एक ऐसा भी तथ्य है जो आपको मीडिया नहीं बतायेगी क्योंकि ये तथ्य मीडिया से ही संबंधित है। सूरज पाल यदि पहले से बुरा था तो पहले कभी क्यों नहीं बताया। आज अचानक से क्यों टूट पड़ी है मीडिया ? मीडिया ने लगभग बलि का बकड़ा बनाते हुये सूरज पाल को अपराधी सिद्ध कर दिया है, किन्तु क्यों ?
  1. क्या मीडिया को उस इको सिस्टम से कुछ बड़ा मिला है जो हिन्दू विरोधी है ?
  2. या सुरेश पाल ने मीडिया के पेट नहीं भरे, मीडिया उसे लूटना चाहती है क्या ?

इसमें से दूसरा तथ्य सही प्रतीत होता है क्योंकि सूरज पाल तो स्वयं भी उसी इको सिस्टम से जुड़ा है बस थोड़ा अंतर ये है कि ये अपनी दुकान चलाने के लिये इको सिस्टम को कुछ अवरोध दे रहा था। लेकिन मीडिया इसके करोड़ों चंदे की बात कर रही है ऐसा लगता है जैसे बता रही है की तुम्हारे पास को कुबेर का खजाना है मीडिया के लिये खजाना खोलो नहीं तो इसी तरह से बलि का बकड़ा बना देंगे।

सूरज पाल से साकार हरि कहां-कहां जुड़ी कड़ी

झारखंड उच्च न्यायालय ने भी माना बांग्लादेशी घुसपैठिये देश के लिये खतड़ा हैं

इलाहबाद HC के मतांतरण पर की गयी कठोर टिप्पणि के बाद अब झारखंड उच्च न्यायालय ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को चिह्नित करने और बाहर करने का आदेश दिया है। झारखंड HC ने राज्य सरकार को आदेश दिए हैं कि वो गैर कानूनी रूप से भारत में घुसे हुए बांग्लादेशियों को चिह्नित करें और उनपर कार्रवाई करके उन्हें वापस भेजने के लिए कार्ययोजना तैयार करें।

राहुल गांधी के आवास पर बढ़ाई गयी सुरक्षा, अर्द्धसैनिक बल और पुलिस के जवान तैनात

राहुल गांधी ने भगवान और हिन्दुओं का संसद में अपमान किया था। हिन्दुओं को कलंकित और अपमानित करने वाले वक्तव्य के कारण हिन्दुओं में आक्रोश है जिस कारण राहुल गांधी के आवास पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गयी है। राहुल गांधी के आवास के बाहर अर्धसैनिक बलों की एक टुकड़ी और दिल्ली पुलिस के जवानों की कई टीमें तैनात की गई हैं। राहुल को अब अंधकासुर अर्थात भस्मासुर कहा जाने लगा है।

T-20 कप जीतकर क्रिकेट टीम लौटी देश, हुआ स्वागत

T – 20 ट्रॉफी जीतने के बाद टीम इंडिया के साथ कोच राहुल द्रविड़, युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। हवाई पट्टी पर प्रशंसकों को उत्साहित देखा गया और देश वापस लौटी क्रिकेट टीम का स्वागत किया गया। भारतीय क्रिकेट टीम ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आधिकारिक आवास पर भेंट भी किया।

न खाता न बही बालकबुद्धि जो कहे मानो वही है सही

एक विशेष प्राणी का नया नाम बालकबुद्धि रखा गया है, सम्मान दिया गया और मंदबुद्धि नहीं कहा गया। वो जब लोकसभा में वीरगति प्राप्त अग्निवीरों को अनुदान न मिलने की बात कर रहा था तो रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने डपटा भी था। फिर बालकबुद्धि ने X करके रक्षामंत्री को ही झूठा बता दिया। क्यों न बताये 10 वर्षों तक कोई भी प्रधानमंत्री रहा हो उससे ऊपर रहा था तो अहंकार अब भी है ही, रक्षामंत्री क्या चीज होते हैं।

उत्तर सेना की ओर से भी X पोस्ट करके दिया गया है : “कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया है कि ड्यूटी के दौरान वीरगति प्राप्त करने वाले अग्निवीर अजय कुमार के परिजनों को मुआवजा नहीं दिया गया है। ऐसे दावे बिल्कुल निराधार हैं। भारतीय सेना अग्निवीर अजय कुमार के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करती है। उनका पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अग्निवीर अजय के परिवार को कुल देय राशि में से 98.39 लाख रुपये का भुगतान पहले ही किया जा चुका है।” अब ये लोग सेना के उत्तर देने पर भी प्रश्नचिह्न लगायेंगे।

घटना-दुर्घटना नहीं उत्तरप्रदेश में दंगा भड़काने का प्रयास चल रहा है

देश में आग लगने की बात किसी ने हवा में नहीं कह दिया था, कैसे दंगे भड़काये जाते हैं ये अच्छी तरह से जानते हैं। घटना बुलंदशहर के गुलावटी में 30 जून, 2024 को हुई। आम बेचने वाले फैजान और तंजीम राजीव नारंग की दुकान पर कार्बाइड केमिकल लेने गये, पहले दुकानदार से बहस और बदतमीजी किया फिर दो और साथियों को बुलाकर दुकानदार और नौकरों को पीटा। आस-पास के दुकानदार जुट गये और भागते हुये फैजान और तंजीम को पकड़ का पीट दिया और गुलावटी थाने में ले गये जहां शांति भंग में दोनों का चालान कर दिया।

आगे की घटना ये है कि उसे थाने से ही जमानत मिल गयी और फिर उल्टा मामला मॉब लिंचिंग का बनाया जाने लगा। आरोपी ने भी दुकानदारों पर उल्टा केस कर दिया। आगे उकसाने वाले सोशल मीडिया पर उकसाने का काम कर रहे हैं और मॉब लिंचिंग चिल्ला रहे हैं, मुसलमान-मुसलमान चिल्ला रहे हैं। पुलिस के अनुसार अभी शांति विद्यमान है।

बंगाल के राज्यपाल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पहुंची SC

बंगाल के राज्यपाल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला सर्वोच्च न्यायालय पहुंच गयी। सर्वोच्च न्यायालय में लगायी गयी याचिका में यह बताया गया है कि क्या उसे तब तक न्याय के लिये प्रतीक्षा करनी होगी जब तक कि आरोपी पदमुक्त नहीं हो जायें। याचिका के अनुसार संविधान में अनुच्छेद 361 में प्राप्त छूट और उसके उपयोग के लिये दिशा-निर्देश दिये जायें।

मेधा पाटकर सिद्ध हुयी अपराधी मिली सजा

मीडिया का घृणित चेहरा देखिये कल ही मेधा पाटकर अपराधी सिद्ध हो गयी और सजा भी मिल गयी लेकिन मीडिया ने हाथरस का ऐसा रोना शुरू किया कि कई बड़ी समाचारों निगल गया। दिल्ली साकेत कोर्ट ने LG वीके सक्सेना मानहानि वाले मामले में 5 महीने कारावास और 10 लाख का अर्थ दंड भी लगाया है।

मध्य प्रदेश सरकार ने 360000 करोड़ से बड़ा बजट बनाया

आज मध्य प्रदेश सरकार ने 360000 करोड़ से बड़ा बजट प्रस्तुत किया बजट के बाद CM मोहन यादव ने कहा : “मध्य प्रदेश सरकार ने आज बजट पेश किया। अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 3,60,000 करोड़ से ज्यादा का बजट पेश किया गया। किसी विभाग की मांग को कम नहीं किया गया बल्कि बढ़ाया गया है। आने वाले 5 साल में ये बजट दोगुना किया जाएगा”

चंपई सोरेन नहीं बनेंगे दूसरे मांझी छोड़ेंगे पद

हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद चंपई सोरेन के मन में एक बार तो दूसरा मांझी बनने की सोच जरूर जग रही थी और इसलिये कुछ बड़े निर्णय भी लेने लगे थे क्योंकि दूसरे मांझी की गलतियां नहीं करना चाहते थे। आज 7 बजे संध्या झारखंड गठबंधन के सभी सहयोगी विधायकों और मंत्रियों को राजभवन चलने के लिये तैयार रहने के लिये कहा गया है। संभव है कुर्सी फिर चम्पई से हेमंत वापस लेंगे।

खड़गे ने सिखाया बालक बुद्धि को बैठकर मुंह मत छुपाया करो

आज प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में NEET हो, मणिपुर हो, संविधान हो, लोकतंत्र हो सभी विषयों पर बोला लेकिन पूछने वाले को सुनना ही नहीं था हंगामा करना था इसलिये पीठ दिखाकर भाग गये। ये विपक्ष कह रही थी सरकार कमजोर है साथ ही खड़गे ने बालक बुद्धि को भी सिखाया कि बैठकर मुंह मत छुपाया करो पीठ दिखाकर भाग जाया करो। सच यही है कि सरकार कमजोर नहीं है।

प्रधानमंत्री मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुये

अखिलेश यादव ने साफ-साफ कहा जांच नहीं होनी चाहिये मतलब षड्यंत्र था क्या

हाथरस की दुर्घटना के बारे में षड्यंत्र की आशंका बन रही है और मुख्यमंत्री योगी ने जांच की बात कही। लेकिन अखिलेश यादव से जब प्रश्न किया गया तो साफ-साफ कहा कि जांच नहीं होनी चाहिये, मीडिया कवरेज कर रही है उसके आधार पर काम होना चाहिये। लेकिन जांच क्यों नहीं होनी चाहिये क्या वास्तव में षड्यंत्र ही था ? जब जांच नहीं करने की बात करते हैं तो उसका कारण भी समझना आवश्यक होगा। 121 लोगों की मृत्यु हो गयी है और जांच नहीं होनी चाहिये !

देश भर में वर्षा हो रही है और सड़कें नदियां बनते दिख रही है

मानसून आ गया है और देश भर में वर्षा हो रही है जिससे जहां तहां सड़कें नदियां बनते दिख रही है। इसमें बड़ा लाभ दिल्ली सरकार को मिला है। झीलों का शहर बना दिल्ली मीडिया से अदृश्य हो गया है। मीडिया को ये भी ज्ञान नहीं कि दिल्ली की तुलना अन्य किसी भी शहर से नहीं की जा सकती।

त्रुटि कहां है कि शुभकर्म भी शुभफलदायक नहीं हो पाता

भाजपा सरकार बनने के बाद एक विषय तो लोगों को बहुत अच्छा लगता है कि प्रधानमंत्री से लेकर राज्य के मंत्रियों तक को पूजा-पाठ करते देखा जाता है। जब सत्ता के शीर्ष व्यक्ति धर्म-कर्म करें तो उसका शुभफल भी उन्हें व्यक्तिगत रूप से नहीं अपितु राज्य और देश के लिये भी होना चाहिये। क्या त्रुटि करते हैं कि व्यक्तिगत कल्याण भी नहीं होता है ? मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बजट पेश करने से पहले पूजा वाली विडियो सामने आयी है। सभी नेताओं का इसी प्रकार आता रहता है।
  • सबसे पहली बात यह है कि जो भी नेता हैं उनको धर्म से कोई लेना देना नहीं है चाहे भाजपा के हों या कांग्रेस के, प्रधानमंत्री भी इसी कड़ी में बहुत सीमा तक आ जाते हैं। कांग्रेसी को तो हिन्दू मानना ही नहीं चाहिये। (कुछ अपवादों को छोड़कर)
  • दूसरी बात ये है कि मात्र दिखाने के लिये कभी कोई पूजा-पाठ करते, मंदिर में जाते और फोटो खिंचाते हैं। पूजा कैसे करनी चाहिये इस विषय में कोई जानकारी नहीं रखते और न ही विद्वान ब्राह्मण से जानकारी प्राप्त करते हैं।

मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा का जो विडियो सामने आया है उसमें देखा जा रहा है कि शास्त्र वचनों का तनिक भी पालन नहीं किया जा रहा है। एक सीधे सूत्र से पूरे तथ्य को स्पष्टतः समझा जा सकता है कि यदि शास्त्राज्ञा का पालन करते हुये भोग भी करें तो कल्याण के भागी बनेंगे, किन्तु शास्त्राज्ञा का उल्लंघन करके जीवन पर्यन्त यज्ञ भी करते रहेंगे तो भी कल्याण के पात्र नहीं बनेंगे। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है सभी नेताओं को छोड़ दें, कांग्रेसियों को तो इस विषय में चर्चा के योग्य भी नहीं माना जा सकता, बात भाजपा नेताओं और उनमें भी मोदी की ही करें तो सभी पूजा-पाठ करते समय शास्त्राज्ञा का उल्लंघन ही देखा जाता है।

इन्हें देखिये, ये दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी हैं जिन्होंने अयोध्या जाकर मुंडन कराया है। लेकिन दाढ़ी रखे हुये हैं यही है इन भाजपाई नेताओं का धार्मिक चरित्र। कांग्रेस यदि भाजपाई नेताओं के हिंदुत्व पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं तो कोई गलती नहीं करते हैं। इस प्रकार जब फोटो खिंचवाने के लिये पूजा-पाठ और तीर्थ यात्रा करेंगे तो शुभ परिणाम की आशा रखना ही व्यर्थ है।

यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने हाथरस पहुंचे

कल हाथरस में सत्संग के लिये जुटी ढाई लाख की भीड़ में भगदड़ मचने से 121 लोगों के मृत्यु होने की सूचना है। घायलों की संख्या ज्ञात नहीं है। आज यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने हाथरस पहुंचे घटना की जानकारी लिया और अस्पताल गये।

आज प्रधानमंत्री मोदी राज्यसभा में अभिभाषण देंगे

कल लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी का अभिभाषण हुआ था और आज राज्यसभा में अभिभाषण देंगे। हाथरस की दुर्घटना में जैसे प्रधानमंत्री का अभिभषण गुम हो गया उसी प्रकार राज्यसभा का भी अभिभाषण गुम हो जायेगा।

बने-चले तो ये मीडिया देश को भी बेच दे

अचानक से हाथरस में बड़ी दुर्घटना हो गयी और मीडिया को बड़ा मसाला मिल गया, पूरी की पूरी मीडिया अन्य बड़ी-से-बड़ी सभी सूचनाओं को तिलांजलि देकर 12 घंटे से ऊपर हो चुका है और प्रधानमंत्री के अभिभाषण को भी छोड़कर केवल और केवल हाथरस चिल्ला रही है। 80000 लोगों की अनुमति थी 250000 लोग जुटे, तो इसका मतलब कोई छोटा बाबा नहीं था, आज से पहले कभी इसकी कोई चर्चा मीडिया में हुई ? नहीं होती थी न ढाई लाख लोगों का जुटना कोई छोटी बात होती है क्या ? कई प्रकार के प्रश्न उत्पन्न होते हैं।
  • दुर्घटना से पहले मीडिया जानबूझकर सूरज पाल की कभी चर्चा नहीं करती थी क्या ?
  • क्या मीडिया को पता था कि सूरजपाल एक ठग है और चर्चा नहीं करने के लिये ही ठग से ठगी करती रहती थी ?
  • क्या सभी सभाओं में लगभग 2 – 3 लाख लोग जुटते थे ?
  • यदि ये इकलौती सभा है जिसमें ढाई लाख लोग जुटे तो निश्चित रूप से षड्यंत्र है।
  • षड्यंत्र में सूरज पाल का कोई हाथ नहीं हो सकता क्योंकि कोई मूर्ख भी अपनी दुकान में आग नहीं लगा सकता।
  • यदि सूरज पाल का हाथ नहीं हो सकता तो मीडिया FIR में नाम नहीं है ऐसा क्यों चिल्ला रही है ?
  • षड्यंत्र राजनीतिक ही है और नेताओं को बचाने के लिये सूरजपाल को बलि का बकड़ा बनाया जा रहा है क्या ?
  • सूरजपाल और सेवादारों की दुर्घटना प्रकरण में मात्र इतनी ही गलती हो सकती है कि संभवतः उन्हें भी राजनीतिक षडयंत्र का ज्ञान न हो, ढाई लाख लोग जुटेंगे यह भी ज्ञात न हो और अंतिम क्षणों में पता चला हो कि यह उन्हें बलि का बकड़ा बनाने के लिये षड्यंत्र था।
  • सूरजपाल को जब समझ में आ गया कि उसे बलि का बकड़ा बनाया गया है तो डर कर विलुप्त हो गया।

मीडिया क्या कोई महत्वपूर्ण जानकारी आपको दे रही है, बस कुछ चिल्लाने के अतिरिक्त ? मीडिया बस बलि के बकड़े की बलि चढाने के लिये हल्ला कर रही है कहीं न कहीं राजनीतिक षड्यंत्र था इसके बारे में एक भी शब्द बोल रही है क्या ? मीडिया बहुत ही घृणित है और यदि इसका बस चले तो देश को भी बेच दे।

हाथरस भगदड़ कितनी वीभत्स, शव व्यवस्था में जुटे सिपाही को आया हृदयाघात

हाथरस भगदड़ कितना वीभत्स है और उसे इस तथ्य से समझा जा सकता है कि शव व्यवस्था में जुटे एक सिपाही को आया हृदयाघात आ गया और उसकी मृत्यु हो गयी। सिपाही का नाम रवि यादव बताया गया है।

हाथरस कांड दुर्घटना या षड्यंत्र इसकी गहनजांच होगी, ऐसा मुख्यमंत्री योगी ने कहा। हाथरस दुर्घटना में षडयंत्र के कई संकेत देखने को मिल रहे हैं :

  • सबसे पहली बात जिसे बाबा बताया जा रहा है वो बाबा दिखता नहीं है।
  • दूसरी बात यदि वह बाबा होता और षडयंत्र न होकर दुर्घटना होती तो वह विलुप्त नहीं होता अपितु बचावकार्य, शांति आदि में सम्मिलित हो जाता।
  • तीसरी बात यह की दिनों पहले से सुनिश्चित था कि आज मोदी संसद में दहाड़ेंगे और दहाड़ ऐसी होगी कि इंडी गठबंधन दुबकी दिखेगी । संभव है कि मीडिया में चर्चा का नया विषय बनाने के लिये, देश का ध्यान भटकाने के लिये ऐसा किया गया हो। हाथरस दुर्घटना के बाद मोदी संसद में कैसे गरजे यह दिखाई ही नहीं पड़ा ।
  • चौथी बात ये भी सूर्य स्थापित हो गया है कि खान मार्केट गैंग जिसके विरोध में उतर जाये समझिये कि वो सही है और खान मार्केट गैंग जिसका विरोध न करे, बचाव का प्रयास करे समझ लीजिए कि वो टूलकिट का अंश है।
BHU ST Recruitment : विभिन्न पदों पर भर्ती के लिये आवेदन आरंभ
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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) गांधीनगर गैर-शिक्षण भर्ती 2024
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SSC संयुक्त स्नातक स्तरीय CGL परीक्षा 2024 के लिये ऑनलाइन आवेदन आरंभ
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कांग्रेस का हिन्दूद्रोह आज भी सामने आया लेकिन छुप गया

कांग्रेस घनघोर हिन्दूद्रोही है और अब छुपाने का प्रयास भी नहीं करती स्वयं उजागर भी कर रही है कि वो हिन्दूद्रोही है। आज भी संसद में कांग्रेस का हिन्दूद्रोह सामने आया लेकिन इस पर चर्चा विशेष नहीं हो पायी। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आज लोकसभा में पवित्र हिंदू धर्मग्रंथ श्रीमद् भागवत गीता के खिलाफ यह कहकर ज़हर उगला : “गोडसे ने भागवत गीता से हिंसा सीखकर गांधी की हत्या की।” कहा क्या जाय ऐसे कुकर्मियों के लिये सम्मानजनक शब्द का प्रयोग करना पाप जैसा प्रतीत होता है किन्तु अपशब्द भी नहीं कह सकते। इस भूतिये को ये कौन बतायेगा कि गोडसे गीता नहीं पढ़ता तो क्या कुरान पढ़ता ?