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News Most One Post : प्रमुख समाचार पढो एक बार – 3/07/2024

प्रमुख समाचार

प्रमुख समाचार पढ़ो एक बार में दिन भर के प्रमुख समाचार को समाहित किया जाता है अर्थात एक पोस्ट में ही दिन भर के प्रमुख समाचारों का अवलोकन करना सरल हो जाता है। कई समाचार ऐसे भी होते हैं जिनकी कड़ियाँ एक-दूसरे से जुड़ी होती है जिसे समझना यहां सरल हो जाता है।

News Most One Post : प्रमुख समाचार पढो एक बार – 3/07/2024

  • यहां दिये गये सभी समाचार किसी अन्य समाचार स्रोतों से लिये जाते हैं ।

मेधा पाटकर सिद्ध हुयी अपराधी मिली सजा

मीडिया का घृणित चेहरा देखिये कल ही मेधा पाटकर अपराधी सिद्ध हो गयी और सजा भी मिल गयी लेकिन मीडिया ने हाथरस का ऐसा रोना शुरू किया कि कई बड़ी समाचारों निगल गया। दिल्ली साकेत कोर्ट ने LG वीके सक्सेना मानहानि वाले मामले में 5 महीने कारावास और 10 लाख का अर्थ दंड भी लगाया है।

मध्य प्रदेश सरकार ने 360000 करोड़ से बड़ा बजट बनाया

आज मध्य प्रदेश सरकार ने 360000 करोड़ से बड़ा बजट प्रस्तुत किया बजट के बाद CM मोहन यादव ने कहा : “मध्य प्रदेश सरकार ने आज बजट पेश किया। अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 3,60,000 करोड़ से ज्यादा का बजट पेश किया गया। किसी विभाग की मांग को कम नहीं किया गया बल्कि बढ़ाया गया है। आने वाले 5 साल में ये बजट दोगुना किया जाएगा”

चंपई सोरेन नहीं बनेंगे दूसरे मांझी छोड़ेंगे पद

हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद चंपई सोरेन के मन में एक बार तो दूसरा मांझी बनने की सोच जरूर जग रही थी और इसलिये कुछ बड़े निर्णय भी लेने लगे थे क्योंकि दूसरे मांझी की गलतियां नहीं करना चाहते थे। आज 7 बजे संध्या झारखंड गठबंधन के सभी सहयोगी विधायकों और मंत्रियों को राजभवन चलने के लिये तैयार रहने के लिये कहा गया है। संभव है कुर्सी फिर चम्पई से हेमंत वापस लेंगे।

खड़गे ने सिखाया बालक बुद्धि को बैठकर मुंह मत छुपाया करो

आज प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में NEET हो, मणिपुर हो, संविधान हो, लोकतंत्र हो सभी विषयों पर बोला लेकिन पूछने वाले को सुनना ही नहीं था हंगामा करना था इसलिये पीठ दिखाकर भाग गये। ये विपक्ष कह रही थी सरकार कमजोर है साथ ही खड़गे ने बालक बुद्धि को भी सिखाया कि बैठकर मुंह मत छुपाया करो पीठ दिखाकर भाग जाया करो। सच यही है कि सरकार कमजोर नहीं है।

प्रधानमंत्री मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुये

अखिलेश यादव ने साफ-साफ कहा जांच नहीं होनी चाहिये मतलब षड्यंत्र था क्या

हाथरस की दुर्घटना के बारे में षड्यंत्र की आशंका बन रही है और मुख्यमंत्री योगी ने जांच की बात कही। लेकिन अखिलेश यादव से जब प्रश्न किया गया तो साफ-साफ कहा कि जांच नहीं होनी चाहिये, मीडिया कवरेज कर रही है उसके आधार पर काम होना चाहिये। लेकिन जांच क्यों नहीं होनी चाहिये क्या वास्तव में षड्यंत्र ही था ? जब जांच नहीं करने की बात करते हैं तो उसका कारण भी समझना आवश्यक होगा। 121 लोगों की मृत्यु हो गयी है और जांच नहीं होनी चाहिये !

सूरज पाल से साकार हरि कहां-कहां जुड़ी कड़ी

यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने हाथरस पहुंचे

कल हाथरस में सत्संग के लिये जुटी ढाई लाख की भीड़ में भगदड़ मचने से 121 लोगों के मृत्यु होने की सूचना है। घायलों की संख्या ज्ञात नहीं है। आज यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने हाथरस पहुंचे घटना की जानकारी लिया और अस्पताल गये।

देश भर में वर्षा हो रही है और सड़कें नदियां बनते दिख रही है

मानसून आ गया है और देश भर में वर्षा हो रही है जिससे जहां तहां सड़कें नदियां बनते दिख रही है। इसमें बड़ा लाभ दिल्ली सरकार को मिला है। झीलों का शहर बना दिल्ली मीडिया से अदृश्य हो गया है। मीडिया को ये भी ज्ञान नहीं कि दिल्ली की तुलना अन्य किसी भी शहर से नहीं की जा सकती।

त्रुटि कहां है कि शुभकर्म भी शुभफलदायक नहीं हो पाता

भाजपा सरकार बनने के बाद एक विषय तो लोगों को बहुत अच्छा लगता है कि प्रधानमंत्री से लेकर राज्य के मंत्रियों तक को पूजा-पाठ करते देखा जाता है। जब सत्ता के शीर्ष व्यक्ति धर्म-कर्म करें तो उसका शुभफल भी उन्हें व्यक्तिगत रूप से नहीं अपितु राज्य और देश के लिये भी होना चाहिये। क्या त्रुटि करते हैं कि व्यक्तिगत कल्याण भी नहीं होता है ? मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बजट पेश करने से पहले पूजा वाली विडियो सामने आयी है। सभी नेताओं का इसी प्रकार आता रहता है।
  • सबसे पहली बात यह है कि जो भी नेता हैं उनको धर्म से कोई लेना देना नहीं है चाहे भाजपा के हों या कांग्रेस के, प्रधानमंत्री भी इसी कड़ी में बहुत सीमा तक आ जाते हैं। कांग्रेसी को तो हिन्दू मानना ही नहीं चाहिये। (कुछ अपवादों को छोड़कर)
  • दूसरी बात ये है कि मात्र दिखाने के लिये कभी कोई पूजा-पाठ करते, मंदिर में जाते और फोटो खिंचाते हैं। पूजा कैसे करनी चाहिये इस विषय में कोई जानकारी नहीं रखते और न ही विद्वान ब्राह्मण से जानकारी प्राप्त करते हैं।

मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा का जो विडियो सामने आया है उसमें देखा जा रहा है कि शास्त्र वचनों का तनिक भी पालन नहीं किया जा रहा है। एक सीधे सूत्र से पूरे तथ्य को स्पष्टतः समझा जा सकता है कि यदि शास्त्राज्ञा का पालन करते हुये भोग भी करें तो कल्याण के भागी बनेंगे, किन्तु शास्त्राज्ञा का उल्लंघन करके जीवन पर्यन्त यज्ञ भी करते रहेंगे तो भी कल्याण के पात्र नहीं बनेंगे। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है सभी नेताओं को छोड़ दें, कांग्रेसियों को तो इस विषय में चर्चा के योग्य भी नहीं माना जा सकता, बात भाजपा नेताओं और उनमें भी मोदी की ही करें तो सभी पूजा-पाठ करते समय शास्त्राज्ञा का उल्लंघन ही देखा जाता है।

इन्हें देखिये, ये दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी हैं जिन्होंने अयोध्या जाकर मुंडन कराया है। लेकिन दाढ़ी रखे हुये हैं यही है इन भाजपाई नेताओं का धार्मिक चरित्र। कांग्रेस यदि भाजपाई नेताओं के हिंदुत्व पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं तो कोई गलती नहीं करते हैं। इस प्रकार जब फोटो खिंचवाने के लिये पूजा-पाठ और तीर्थ यात्रा करेंगे तो शुभ परिणाम की आशा रखना ही व्यर्थ है।

आज प्रधानमंत्री मोदी राज्यसभा में अभिभाषण देंगे

कल लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी का अभिभाषण हुआ था और आज राज्यसभा में अभिभाषण देंगे। हाथरस की दुर्घटना में जैसे प्रधानमंत्री का अभिभषण गुम हो गया उसी प्रकार राज्यसभा का भी अभिभाषण गुम हो जायेगा।

बने-चले तो ये मीडिया देश को भी बेच दे

अचानक से हाथरस में बड़ी दुर्घटना हो गयी और मीडिया को बड़ा मसाला मिल गया, पूरी की पूरी मीडिया अन्य बड़ी-से-बड़ी सभी सूचनाओं को तिलांजलि देकर 12 घंटे से ऊपर हो चुका है और प्रधानमंत्री के अभिभाषण को भी छोड़कर केवल और केवल हाथरस चिल्ला रही है। 80000 लोगों की अनुमति थी 250000 लोग जुटे, तो इसका मतलब कोई छोटा बाबा नहीं था, आज से पहले कभी इसकी कोई चर्चा मीडिया में हुई ? नहीं होती थी न ढाई लाख लोगों का जुटना कोई छोटी बात होती है क्या ? कई प्रकार के प्रश्न उत्पन्न होते हैं।
  • दुर्घटना से पहले मीडिया जानबूझकर सूरज पाल की कभी चर्चा नहीं करती थी क्या ?
  • क्या मीडिया को पता था कि सूरजपाल एक ठग है और चर्चा नहीं करने के लिये ही ठग से ठगी करती रहती थी ?
  • क्या सभी सभाओं में लगभग 2 – 3 लाख लोग जुटते थे ?
  • यदि ये इकलौती सभा है जिसमें ढाई लाख लोग जुटे तो निश्चित रूप से षड्यंत्र है।
  • षड्यंत्र में सूरज पाल का कोई हाथ नहीं हो सकता क्योंकि कोई मूर्ख भी अपनी दुकान में आग नहीं लगा सकता।
  • यदि सूरज पाल का हाथ नहीं हो सकता तो मीडिया FIR में नाम नहीं है ऐसा क्यों चिल्ला रही है ?
  • षड्यंत्र राजनीतिक ही है और नेताओं को बचाने के लिये सूरजपाल को बलि का बकड़ा बनाया जा रहा है क्या ?
  • सूरजपाल और सेवादारों की दुर्घटना प्रकरण में मात्र इतनी ही गलती हो सकती है कि संभवतः उन्हें भी राजनीतिक षडयंत्र का ज्ञान न हो, ढाई लाख लोग जुटेंगे यह भी ज्ञात न हो और अंतिम क्षणों में पता चला हो कि यह उन्हें बलि का बकड़ा बनाने के लिये षड्यंत्र था।
  • सूरजपाल को जब समझ में आ गया कि उसे बलि का बकड़ा बनाया गया है तो डर कर विलुप्त हो गया।

मीडिया क्या कोई महत्वपूर्ण जानकारी आपको दे रही है, बस कुछ चिल्लाने के अतिरिक्त ? मीडिया बस बलि के बकड़े की बलि चढाने के लिये हल्ला कर रही है कहीं न कहीं राजनीतिक षड्यंत्र था इसके बारे में एक भी शब्द बोल रही है क्या ? मीडिया बहुत ही घृणित है और यदि इसका बस चले तो देश को भी बेच दे।

हाथरस भगदड़ कितनी वीभत्स, शव व्यवस्था में जुटे सिपाही को आया हृदयाघात

हाथरस भगदड़ कितना वीभत्स है और उसे इस तथ्य से समझा जा सकता है कि शव व्यवस्था में जुटे एक सिपाही को आया हृदयाघात आ गया और उसकी मृत्यु हो गयी। सिपाही का नाम रवि यादव बताया गया है।

हाथरस कांड दुर्घटना या षड्यंत्र इसकी गहनजांच होगी, ऐसा मुख्यमंत्री योगी ने कहा। हाथरस दुर्घटना में षडयंत्र के कई संकेत देखने को मिल रहे हैं :

  • सबसे पहली बात जिसे बाबा बताया जा रहा है वो बाबा दिखता नहीं है।
  • दूसरी बात यदि वह बाबा होता और षडयंत्र न होकर दुर्घटना होती तो वह विलुप्त नहीं होता अपितु बचावकार्य, शांति आदि में सम्मिलित हो जाता।
  • तीसरी बात यह की दिनों पहले से सुनिश्चित था कि आज मोदी संसद में दहाड़ेंगे और दहाड़ ऐसी होगी कि इंडी गठबंधन दुबकी दिखेगी । संभव है कि मीडिया में चर्चा का नया विषय बनाने के लिये, देश का ध्यान भटकाने के लिये ऐसा किया गया हो। हाथरस दुर्घटना के बाद मोदी संसद में कैसे गरजे यह दिखाई ही नहीं पड़ा ।
  • चौथी बात ये भी सूर्य स्थापित हो गया है कि खान मार्केट गैंग जिसके विरोध में उतर जाये समझिये कि वो सही है और खान मार्केट गैंग जिसका विरोध न करे, बचाव का प्रयास करे समझ लीजिए कि वो टूलकिट का अंश है।
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