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News Most One Post : प्रमुख समाचार पढो एक बार – 2/07/2024

प्रमुख समाचार

प्रमुख समाचार पढ़ो एक बार

प्रमुख समाचार पढ़ो एक बार में दिन भर के प्रमुख समाचार को समाहित किया जाता है अर्थात एक पोस्ट में ही दिन भर के प्रमुख समाचारों का अवलोकन करना सरल हो जाता है। कई समाचार ऐसे भी होते हैं जिनकी कड़ियाँ एक-दूसरे से जुड़ी होती है जिसे समझना यहां सरल हो जाता है।

News Most One Post : प्रमुख समाचार पढो एक बार – 2/07/2024

हाथरस भगदड़ कितनी वीभत्स, शव व्यवस्था में जुटे सिपाही को आया हृदयाघात

हाथरस भगदड़ कितना वीभत्स है और उसे इस तथ्य से समझा जा सकता है कि शव व्यवस्था में जुटे एक सिपाही को आया हृदयाघात आ गया और उसकी मृत्यु हो गयी। सिपाही का नाम रवि यादव बताया गया है।

संसद अनिश्चित काल के लिये स्थगित

प्रधानमंत्री मोदी के अभिभाषण के बाद आज लोकसभा अध्यक्ष ने वर्त्तमान सत्र के कार्यों की जानकारी दिया और फिर लोकसभा को अनिश्चित काल के लिये स्थगित होने की घोषणा किया।

कांग्रेस का हिन्दूद्रोह आज भी सामने आया लेकिन छुप गया

कांग्रेस घनघोर हिन्दूद्रोही है और अब छुपाने का प्रयास भी नहीं करती स्वयं उजागर भी कर रही है कि वो हिन्दूद्रोही है। आज भी संसद में कांग्रेस का हिन्दूद्रोह सामने आया लेकिन इस पर चर्चा विशेष नहीं हो पायी। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आज लोकसभा में पवित्र हिंदू धर्मग्रंथ श्रीमद् भागवत गीता के खिलाफ यह कहकर ज़हर उगला : “गोडसे ने भागवत गीता से हिंसा सीखकर गांधी की हत्या की।” कहा क्या जाय ऐसे कुकर्मियों के लिये सम्मानजनक शब्द का प्रयोग करना पाप जैसा प्रतीत होता है किन्तु अपशब्द भी नहीं कह सकते। इस भूतिये को ये कौन बतायेगा कि गोडसे गीता नहीं पढ़ता तो क्या कुरान पढ़ता ?

धर्मांतरण देशव्यापी गंभीर समस्या, शीघ्र नहीं रोका गया तो बहुसंख्यक हो जायेगा अल्पसंख्यक

आज इलाहबाद उच्च न्यायालय ने एक कारासुरक्षा याचिका को सुनते हुये धर्मांतरण को देशव्यापी गंभीर समस्या बताते हुये यह भी चिंता व्यक्त किया कि यदि इसे शीघ्र नियंत्रित नहीं किया गया तो आज जो बहुसंख्यक है आने वाले दिनों में अल्पसंख्यक बन जायेगा। उच्च न्यायालय ने यह भी टिप्पणि किया कि संविधान किसी भी व्यक्ति को किसी भी पूजा पद्धति अपनाने की स्वतंत्रता तो देता है किन्तु किसी को धर्मांतरण करने की छूट नहीं देता।

हाथरस में सत्संग, मची भगदड़, मृतकों की संख्या 130 पार

हाथरस में एक सत्संग जिसे भोले बाबा का सत्संग कहा जाता है में भगदड़ मच गयी और प्राप्त सूचना के अनुसार मृतकों की संख्या 130 पार कर गयी है, ये बढ़ती ही जा रही है। कहा जा रहा है कि सत्संग समाप्त होने के बाद बाबा को प्रणाम करने के क्रम में भगदड़ मची। प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में वक्तव्य देते समय ही संवेदना व्यक्त किया था। मुख्यमंत्री योगी सहित सभी प्रमुख नेताओं ने संवेदना प्रकट किया है।

बिहार सरकार आरक्षण कानून को लेकर सर्वोच्च न्यायालय गयी

राजनीति गजब की खेल है और खेलने वाले पूर्णरूपेण अविश्वनीय होते जा रहे हैं। नितीश कुमार को जब जातिवादी राजनीति करनी थी तो NDA से छिटक कर राजद से मिल गयी। आरक्षण को 50% से बढाकर 65% तक कर दिया। फिर वापस भाजपा के साथ मिल गये। पटना उच्च न्यायालय से 65% आरक्षण निरस्त हो गया। ये जानते हुये कि सर्वोच्च न्यायालय भी निरस्त ही करेगा और वास्तव में भाजपा भी ऐसा नहीं चाहती और न ही ऐसा करने का प्रयास वास्तविक है। यह प्रयास ही पूर्णरूप से राजनीतिक है। लेकिन नितीश सरकार उच्च न्यायालय द्वारा निरस्त करने के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय गयी है।

झूठ की राजनीति सह्य नहीं है : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव से लेकर संसद तक झूठ और झूठ बोलने को गंभीरता से लिया है और संसद व देश को भी गंभीरता से लेने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने झूठ बोलकर चुनाव लड़ना और सदन में भी झूठ बोलने को लेकर कहा कि यह लोकतंत्र, महान परंपरा, सदन, 140 करोड़ जनता के मुंह पर तमाचा है, इसे बालक बुद्धि समझकर नजर अंदाज नहीं किया जा सकता।

बालक बुद्धि मुंह छुपाने लगा

एक मंदबुद्धि बालक है जो कभी कहता है कैमरा दो, कभी माइक मांगता है तो कभी नमस्ते की मांग करता है। जब प्रधानमंत्री ने बालक बुद्धि के कुकर्मों की चर्चा शुरू की तो दो बार कैमरा ने उसका चेहरा दिखाने का प्रयास किया किन्तु वह अपना मुंह छुपाने लगा समझ गया कि उसका मुंह तो दिखाने योग्य ही नहीं है।

NEET ऐसे गायब हो गयी जैसे गदहे के सींग से सर

आज जब प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा में बोलने लगे तो विपक्ष का रोना-धोना शुरू हो गया। अनुमान तो यही था कि रोना-धोना NEET को लेकर होगा लेकिन NEET जिसपर चर्चा के लिये पहले दिन की चर्चा नहीं होने दी गयी वो ऐसे गायब हो गयी जैसे गदहे के सींग से सर। कांग्रेस की भाषा में सर पर सींग नहीं सींग पर ही सर होता है। ये मणिपुर-मणिपुर चिल्लाते रहे।

निशिकांत दूबे ने बताया यदि सम्मान चाहते हो तो सम्मान देना सीखो

निशिकांत दूबे ने आज लोकसभा में विपक्ष के लिये “जैसे को तैसा सिद्धांत” समझाया। हुआ यूं कि वक्तव्य देते समय नेहरू की चर्चा करते हुये नेहरू बोला तो विपक्ष से कुछ टोका गया तुरंत उन्होंने जबाव दिया आपने भी तो नरेंद्र मोदी बोला था हम भी नेहरू बोलेंगे। धीरे से समझा दिया “यदि सम्मान पाना चाहते हो तो सम्मान देना सीखो” और यदि अपमान दोगे तो सम्मान की अपेक्षा मत रखो।

अब मोदी प्रधानमंत्री नहीं प्रधान सांसद रह गये

लोकसभा में आज सपा सांसद अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के लिये प्रधान सांसद पद का कई बार प्रयोग किया। इसका क्या तात्पर्य है क्या विपक्ष प्रधानमंत्री को अपना प्रधानमंत्री नहीं मानता।

लोकसभा में दंडित करने वाला वक्तव्य मिटाने से क्या होगा

लोकसभा में नेताप्रतिपक्ष के दिये गये घृणित और निंदनीय वक्तव्यों को सदन के संग्रहण से हटा दिया गया। मात्र इतना करने से क्या होगा ? विवादित बोल को हटाना एक सामान्य प्रक्रिया है किन्तु वक्तव्य यदि दंडनीय हो तो उसके लिये दंडित करना चाहिये वकतव्य को हटाने का तात्पर्य तो यह है कि आप भी बचाने का प्रयास कर रहे हैं। आपने वक्तव्य का अंश मिटाया वो बाहर आकर फिर उसे सच बता रहा है। हटाए गए हिस्सों में हिंदुओं और पीएम नरेंद्र मोदी-बीजेपी-आरएसएस समेत अन्य पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं।

लोकसभा में जो दंडनीय वक्तव्य के विरोध में महाराष्ट्र में महायुति भी विरोध करने लगी

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा दी गई हिंदू विरोधी वक्तव्यों के विरोध में महायुति नेताओं ने महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। महायुति ने महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया, लेकिन क्या संसद में निंदा करेगी ?

NDA के बैठक में प्रधानमंत्री ने सांसदों को सदन के नियमों के पालन करने का निर्देश दिया

क्या NDA के सांसदों में आक्रोश था ? क्या आज NDA के सांसद नीच हिन्दूद्रोही के वक्तव्य को लेकर हंगामा करना चाहते थे ? क्या प्रधानमंत्री ने NDA की बैठक में इसी कारण अपने सांसदों को सदन के नियमों के पालन करने का निर्देश दिया।

चमचे चिल्ला रहे हैं

पहले तो संसद से हिन्दूद्रोही ने हिन्दुओं को कलंकित और अपमानित करने का कुकर्म किया और अब सफाई दे रहा है और चमचे चिल्ला रहे हैं भाजपा और RSS के लिये कहा, हिन्दुओं के लिये नहीं। लेकिन कैसे ?

मोदी जी सबसे पहले सभी सरकारी योजनाओं में एक अनिवार्य शर्त्त जोड़िये

मोदी जी सरकारी योजनाओं में लाभुकों के लिये सबसे पहले कुछ अनिवार्य शर्त्तें जोड़िये :
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