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Lok Sabha Election : मुष्टिका मोदी मारी, एक की कमर टूटी, दूसरे की घिग्घी बंध गई

Lok Sabha Election : मुष्टिका मोदी मारी, एक की कमर टूटी, दूसरे की घिग्घी बंध गई 

चुनाव में सब कुछ ठीक नहीं लग रहा है, बूढा मोदी चार गुना काम कर रहा है और युवा नेताओं की क्या जीवनचर्या है कि खड़ा भी नहीं हो पा रहे। ये एकतरफा चुनाव हो रहा है कोई तो शिकायत करो।

लोकसभा चुनाव 2024 में कुछ-कुछ ऐसी घटनायें भी हैं जिनकी कड़ियां यदि जोड़ी जाय तो हंसने का अवसर प्रदान करती है। हंसना भी जीवन में बहुत आवश्यक होता है, किन्तु चुनाव की समर में नेता ही नहीं जनता भी त्योरियां चढाये रहते हैं, ऐसा लगता है कि वास्तव में जमकर जंग होने वाली है। भले ही जनता और दुनियां ये देख रही हो कि चुनाव एकतरफा है किन्तु हारने वाला पक्ष निर्णय के अंतिम क्षणों तक भी ताल ठोंकते रहते हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 में हंसने-हंसाने वाली बातें 

यहां कुछ हंसने हँसाने की बातें और चित्र दिये जा रहे हैं और इसे हंसने-हंसाने तक ही सीमित समझना चाहिये। 

मोदी का मुक्का 

मोदी का मुक्का

ऊपर वाली मोदी की वो तस्वीर है जिसमें मोदी मुक्का (मुष्टिका) दिखा रहे हैं। ये कल उड़ीसा में चुनावी सभा से ली गई है। अब जबकि मुष्टिका मोदी मारी तो उसका असर भी देखना होगा कहां क्या हुआ। सबसे पहले तो तेजस्वी यादव के कमर के चोट को समझना आवश्यक है। 

तेजस्वी यादव ने हेलीकॉप्टर को ट्रैक्टर बना देने बात कर रहे थे, लेकिन मोदी की मुष्टिका ने उनको खड़े रहने लायक भी नहीं छोड़ा। पिछले दिन वो अपनी कमर दिखा भी रहे थे जिसमें बेल्ट बंधी हुयी थी। तेजस्वी यादव ने फिर भी चुनावी साहस बटोरते हुये कहा था कि डॉक्टर ने हमें रेस्ट करने के लिये कहा है लेकिन हम मोदी को रेस्ट करने भेज कर ही रेस्ट करेंगे। 

दूसरी कड़ी में घिग्घी बंधने वाली बात आती है, तेजस्वी यादव के बड़े या छोटे भाई जो भी समझें तेजप्रताप जो बड़ी-बड़ी बातें किया करते थे, जो कभी शंखनाद करते थे तो कभी बांसुरी भी बजाते थे, इस चुनावी समर में कहीं बरसाती मेढक की तरह भी टर्र-टर्र करते नहीं दिखाई दे रहे हैं। ऐसा लगता है मानो तेजप्रताप यादव की घिग्घी बंधी हुई है, तेज प्रताप यादव के ढेरों विडियो में से एक यूट्यूब विडियो यहां देख सकते हैं :

अब बात करते हैं राहुल गांधी की; तेजस्वी यादव के कमर की हालत देखकर राहुल गांधी भी कांग्रेस की गलती मानते हुये कहीं दुबक गये हैं। कल से राहुल गांधी को दिया लेकर लोग ढूंढते फिर रहे हैं, परन्तु लोगों की चप्पलें घिस गई राहुल गाँधी नहीं मिल रहे हैं। वैसे राहुल गांधी के भी अस्वस्थ होने का समाचार सुनी जा रही है। पता नहीं क्या सही और क्या गलत है किन्तु यदि मोदी के मुष्टिका से जोड़ने पर लगता है कि “दुबके राहुल छिप गये बिल” 

वैसे मीडिया को चाहिये कि राहुल गांधी जहां कहीं भी हो ढूंढे और कैमरा दिखाये, ताकि वो फिर से ये शिकायत न करें कि हमें कैमरा नहीं दिखाया जाता है। देश की जनता भी उन्हें देखना चाहती है। यदि राहुल गांधी न दिखें तो चुनाव का मजा ही किरकिरा हो जायेगा। 

वहीं केजरीवाल की बात करें तो सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी कृपा करते हुये उन्हें 21 दिनों तक चुनाव करने के लिये बाहर भेज तो दिया किन्तु एक शर्त की कमी रह गई किसी मुख्यमंत्री के साथ भी नहीं रहने की। यदि ये शर्त भी लगा दिया जाता तो केजरीवाल बाहर आते ही नहीं। केजरीवाल इतना डरे हुये हैं कि कहीं अकेले चुनाव प्रचार भी नहीं कर रहे हैं साथ में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को लेकर घूम रहे हैं और मोदी-योगी से बैठ जाने की गुहार लगा रहे हैं,

#WATCH दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “…वे (भाजपा) हमारे काम रोकना चाहते हैं, ये देश के लिए अच्छी बात नहीं है, ये तानाशाही है और इसी तानाशाही के खिलाफ हम लोगों को लड़ना है। मैं इसी तानाशाही के खिलाफ लड़ रहा हूं… लेकिन मुझे आप लोगों का समर्थन चाहिए…” pic.twitter.com/PmHFsYF22z

— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2024


मोदी जी से मांग 

मोदी जी इस तरह से मुष्टिका मत दिखाया करें। सबको चुनाव लड़ने का समान अधिकार होना चाहिये आप मुष्टिका दिखाकर डराने का प्रयास कर रहे हैं ये उचित नहीं है। 

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