Headlines
बोया पेड़ बबूल का आम कहां से होय, खतड़े में है लोकतंत्र कितना कोई रोय

बोया पेड़ बबूल का आम कहां से होय, खतड़े में है लोकतंत्र कितना कोई रोय

कहते हैं “बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय” और चुनावी राजनीति इसकी अगली पंक्ति बनाते दिख रही है “खतड़े में है लोकतंत्र कितना कोई रोय” क्योंकि देवेश चंद्र ठाकुर के इस वक्तव्य को लोकतंत्र के लिये खतड़ा सिद्ध करने का प्रयास किया जा सकता है और खान मार्केट गैंग इसी काम में माहिर है वो सिद्ध भी कर सकती है।

Read More
राजनीतिक झूठ कोई खेल नहीं जनता और देश के साथ छल है गंभीर अपराध घोषित हो

राजनीतिक झूठ कोई खेल नहीं जनता और देश के साथ छल है गंभीर अपराध घोषित हो

इसमें दो मत हो ही नहीं सकता की राजनीति और झूठ में अनन्य संबंध स्थापित हो चुका है और इसका प्रमाण यह है कि कोई भी पक्ष झूठ से अछूता नहीं है और यदि झूठ का सहारा न ले तो संभवतः सत्ता ही न मिले। राजनीति से झूठ का अंत होगा यह मानना असंभव है किन्तु प्रयास तो करना ही चाहिये।

Read More
हारे हुये नवीन पटनायक बन गये विजेता

हारे हुये नवीन पटनायक बन गये विजेता

नवीन पटनायक ने जो आचरण प्रस्तुत किया है वह केंद्रीय राजनीति के लिये एक सुन्दरतम उदाहरण है और जो देश की संस्कृति, संस्कार, नीति का भी ज्ञान देती है। मात्र केंद्रीय राजनीति ही नहीं कई राज्यों की राजनीति भी विषाक्त हो गयी है।

Read More
क्या 5 लाख देने की बात करे तो मुस्लिम लीग को भी वोट दे देंगे

क्या 5 लाख देने की बात करे तो मुस्लिम लीग को भी वोट दे देंगे

जितनी आवश्यकता विकसित भारत बनाने की है उससे अधिक आवश्यकता उसके संरक्षण की भी है। वैसे मोदी ने संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद जो सम्बोधन किया था उसमें 10 वर्षों की बात करके यह भी स्पष्ट कर दिया था कि संरक्षण की भी रणनीति है और लोकतंत्र को नीलाम करने वालों के विरुद्ध भी सक्रिय होंगे, नियंत्रित करेंगे।

Read More
क्या मोदी मूर्ख हैं

क्या मोदी मूर्ख हैं – is modi a fool

जब RSS सनातन के संदर्भ में ऐसी धारणा रख सकती है कि “जो RSS कहे वही सही, शास्त्र वचन आई-गई” तो राष्ट्रहित-राष्ट्रवाद में तो निश्चित रूप से ऐसा कर सकती है क्योंकि वहां तो कोई शास्त्र है ही नहीं।

Read More
इंडी गठबंधन जीत गयी NDA हार गयी

सच कोई नहीं बता रहा, इंडी गठबंधन की जीत हुई NDA की हार हुई

इंडी गठबंधन की सरकार नहीं भी बनी हो किन्तु जहां दो अंकों में नहीं जाने की चर्चा की जाती रही वहां दो अंकों से आगे बढ़ते हुये एक सबल विपक्ष बनना पिछले दो चुनावों से तुलना करने पर उत्साहवर्धक है और इसके लिये इंडी गठबंधन को विजयोत्सव मनाना चाहिये।

Read More
काटजू घनघोर सनातन द्रोही निकला

काटजू के कारनामों के क्या संदेश मिलता है

चाहे नेहरू खानदान हो या काटजू खानदान दोनों की एक और विशेषता जगजाहिर है और वो विशेषता है पाकिस्तान प्रेम। कहीं मोदी को अपमानित करने के लिये भी पाकिस्तान से ही तो प्रेरित नहीं है यह जाँच का विषय है। यदि पागलपन सिद्ध हो जाये तो इसका भला ही होगा, क्योंकि यदि पागलपन सिद्ध नहीं होता है तो दण्ड का पात्र है।

Read More
चुनाव परिणाम 2024

सभी दलों ने चुनाव संपन्न होने से पूर्व ही परिणाम की घोषणा क्यों कर दिया – लोकसभा चुनाव 2024

अंतिम क्षणों तक यहाँ तक कि मतगणना के भी अंतिम क्षणों तक हारने वाला यही कहते दिखता है कि अभी प्रतीक्षा कीजिये, मतगणना बाकि है। किन्तु इस लोकसभा चुनाव के बाद सबने लगभग देश को संकेत दे दिया है कि परिणाम क्या आने वाला है जबकि अंतिम चरण का चुनाव भी अभी शेष ही है।

Read More
Extremely selfish Kejriwal

नाम का मुख्यमंत्री मेयर के बराबर लेकिन प्रधानमंत्री के समकक्ष होने का अहंकार जिसे कहते हैं केजरीवाल

एक केंद्रशासित राज्य के नाम का मुख्यमंत्री जो कि एक बड़े मेयर के बराबर या उससे भी कम ही हैं लेकिन दम्भ ऐसा कि मोदी-मोदी करके स्वयं को मोदी का समकक्ष सिद्ध करने का प्रयास करते रहे हैं। वैसे अब देश को केजरीवाल से छुटकारा मिलने की संभावना दिखने लगी है।

Read More
मुझे परमात्मा ने भेजा है

मुझे परमात्मा ने भेजा है – नॉनबॉयोलॉजिकल या कर्मयोगी मोदी

मोदी जिस दिन काशी प्रत्याशी बनने के लिये नामांकन करने वाले थे उस दिन उन्होंने एक साक्षात्कार में वक्तव्य दिया था “मुझे परमात्मा ने भेजा है” और इससे पहले मोदी ने मां की चर्चा करते हुये बॉयोलॉजिकल मां कहा था।

Read More