जनादेश कुछ भी हो, राज हम ही करेंगे नहीं तो ….
कांग्रेस का कौन सा विशेषाधिकार था जो मार्कण्डेय काटजू, टी.एन. शेषण आदि प्रमुख चेहरों के अतिरिक्त पूरे तंत्र में स्थापित करने का अधिकार देता था, किन्तु भाजपा को यह अधिकार नहीं देता है कि राष्ट्रवादी विचारधारा के लोगों को स्थापित कर सके, RSS (पैरेंट ऑर्नाइजेशन) के लोगों को तंत्र में स्थापित नहीं कर सके।